आईएमए हरियाणा ने की हड़ताल की घोषणा
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 14 अप्रैल: पीसी पीएनडीटी एक्ट की आड़ में सरकारी तंत्र द्वारा डॉक्टरों का शोषण किए जाने के खिलाफ आईएमए हरियाणा ने बुधवार को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल का ऐलान किया है। आईएमए हरियाणा के प्रधान डॉ. अनिल गोयल ने मंगलवार को यहां आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस आश्य की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर की जा रही ज्यादतियों के खिलाफ यह फैसला किया है। आईएमए की इस हड़ताल में सभी जिलों के अल्ट्रासाउंड केंद्र बंद रहेंगे और डॉक्टर काले बिल्ले लगा कर अपना रोष प्रकट करेंगे।
डॉ. गोयल ने बताया कि आईएमए हरियाणा से जुड़ी तमाम जिला ईकाईयां जुलूस की शक्ल में जाकर जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपेंगी। इस हड़ताल में अस्पताल, नर्सिंग होम भी हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1600 से ज्यादा रजिस्टर्ड अल्ट्र्रासाउंड केंद्र हैं जिनमें सरकारी अस्पताल भी शामिल हैं, इसमें 1400 से ज्यादा निजी क्षेत्र में हैं जो सरकारी तंत्र की कार्यशैली से परेशान हैं। इस हड़ताल को आईएमए की राष्ट्र्र्रीय कार्यकारिणी, सनालॉजिस्ट असोसिएशन हरियाणा, गायनाकोलॉजिस्ट असोसिएशन हरियाणा, नर्सिंग हो सभी एसोसिएशन ने भी अपना पूर्ण समर्थन दिया है। फार्म एफ में मामूली त्रुटि होने पर भी अल्ट्रासाउंड केंद्र की मशीन सील कर दी जाती है। पीएनडीटीएक्ट की कठोर धाराओं में लिंग परीक्षण का झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है। डॉक्टरों को कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने पड़ते हैं। कई मामलों में उन्हें तीन साल तक की सजा हो जाती है। उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है। मानसिक प्रताडऩा का स्तर इतना ज्यादा होता है कि देशभर से प्रकाश में आए कुछ मामलों में प्रताडि़त डॉक्टरों को आत्महत्या तक करनी पड़ी है।
आईएमए हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. अनिल गोयल के मुताबिक आईएमए के डॉक्टर अपने सामाजिक दायित्व को समझते हुए बेटी बचाओ मुहिम में सरकार को पूर्ण सहयोग दे रहे हैं। भ्रूण जांच में दोषी पाये जाने वाले डॉक्टर की सदस्यता तुरंत रद्द कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएनडीटी एक्ट के 99 फीसदी मुकदमों में फार्म एफ की मामूली त्रुटियों को आधार बनाया गया है, जो सही नहीं है। पीएनडीटी एक्ट में डॉक्टर के साथ भ्रूण लिंग परिक्षण कराने वाली महिला व उसके परिजन भी दोषी हैं, लेकिन इन मामलों में उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। दोषी लोगों को पकडऩे की बजाय सरकारी तंत्र कानून की पालना करने वाले डॉक्टरों को प्रताडि़त करने में लगा है।
डॉ. गोयल ने कहा कि पिछले दो महीने के दौरान सरकारी तंत्र की ज्यादतियों के खिलाफ फरीदाबाद, जगाधरी, महेंद्रगढ़, अंबाला, यमुनानगर, नारनौल और रेवाड़ी शाखाएं हड़ताल करके अपना रोष प्रकट कर चुकी हैं, लेकिन यह समस्या पूरे प्रदेश की है। अत: इसलिए एक दिन की राज्यव्यापी सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की गई है। अगर फिर भी कोई बड़ा समाधान नहीं निकला तो मजबूरन आईएमए हरियाणा को कोई कदम उठाना होगा। यह अनिश्चितकालीन हड़ताल भी हो सकती है।
आईएमए हरियाणा के उपाध्यक्ष डॉ. अशोक अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश की सभी जिला इकाइयों ने इस हड़ताल में शामिल होने की पूर्ण सहमति दी है।
फरीदाबाद ऑब्सटेटिक्स एंड गायनिकॉलॉजिकल सोसायटी (एफओजीएस) की अध्यक्ष डॉ. निशा कपूर ने कहा कि डॉक्टरों ने बेहद परेशान होकर यह कदम उठाया है। सरकार को सभी गर्भवती महिलाओं को ऑनलाइन रजिस्टर करना चाहिए ताकि डॉक्टरों को यह परेशानी न उठानी पड़े।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. मनीष प्रभाकर, सचिव डॉ. एस.बी.भटटाचार्य, डॉ. सुरेश अरोड़ा, डॉ. आर.एन.रस्तोगी, डॉ. निशा कपूर, डॉ. मनिंदर आहूजा, डॉ. निर्मेष वर्मा, डॉ. एस.पी.जयंत, डॉ.प्रवीण भाटिया, डॉ. रीमा कपूर, डॉ. एस.डी.पाराशर, डॉ. राकेश कपूर आदि भी मौजूद थे।