नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 30 मार्च:वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के नव-नियुक्त कुल सचिव डॉ संजय कुमार शर्मा ने आज कार्यभार संभाल लिया। डॉ शर्मा ई-मैक्स स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड एप्लाइड रिसर्च, अंबाला के निदेशक रहे है।
फरीदाबाद, 30 मार्च:वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के नव-नियुक्त कुल सचिव डॉ संजय कुमार शर्मा ने आज कार्यभार संभाल लिया। डॉ शर्मा ई-मैक्स स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड एप्लाइड रिसर्च, अंबाला के निदेशक रहे है।
कार्यवाहक कुल सचिव डॉ तिलक राज जोकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर है, ने डॉ शर्मा को कार्यभार सौंपा। डॉ तिलक राज 30 मार्च, 2015 से कार्यवाहक के रूप में कुल सचिव की जिम्मेदारियांे का निर्वहन कर रहे थे। डॉ शर्मा विश्वविद्यालय के छठे कुल सचिव है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने डॉ संजय कुमार शर्मा को पदभार संभालने पर शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी के डीन प्रो. संदीप ग्रोवर तथा उप कुल सचिव डॉ राजीव कुमार सिंह भी उपस्थित थे। कुलपति प्रो कुमार ने कहा कि कुल सचिव के रूप में डॉ शर्मा की नियुक्ति से प्रशासनिक कार्याें में तेजी आयेगी और विश्वविद्यालय के विकास कार्याें को भी गति मिलेगी।
डॉ शर्मा का अकादमिक, अनुसंधान एवं विकास, मानव संसाधन विकास, उद्योग तथा प्रशासन में लगभग तीस वर्षाें का अनुभव रहा है। उन्होंने अपने कैरियर की शुरूआत कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से की और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़, गुरू नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर, एनआईटी, कुरूक्षेत्र, महर्षि मारकंड विश्वविद्यालय, मुलाना सहित कई इंजीनियरिंग संस्थानों में अपनी सेवाएं दी है और वैज्ञानिक, प्राचार्य तथा निदेशक जैसे प्रतिष्ठित पदों पर रहे है। वे कई अकादमिक तथा तकनीकी संस्थाओं के संस्थापक सदस्य तथा कई अकादमिक इकाईयों के सदस्य है। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में उनके लगभग 64 अनुसंधान पत्र प्रकाशित हो चुके है तथा वे 28 राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस तथा वर्कशाप में हिस्सा ले चुके है। उनके अनुसंधान में सॉलिड स्टेट न्यूक्लियर ट्रैक डिटेक्टर के बेसिक एवं एप्लाइड पहलु, ठोस भारी आयनों में स्टॉपिंग पावर एवं रेंज मैनेजमेंट तथा नैनो टैक्नोलॉजी पसंदीदा क्षेत्र है। उन्होंने नैनो व माइक्रो स्ट्रक्चर तथा डिवाइस फेब्रिकेशन के सिंथेसिस एवं कैरेक्टराइजेशन में भी कार्य किया है, जिसके लिए उन्हें केन्द्र सरकार के रक्षा मंत्रालय – रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, नई दिल्ली द्वारा नैनो मेटीरियल तथा उनके अनुप्रयोग के सिंथेसिस पर एक बड़ी अनुसंधान परियोजना भी मिली है।