नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 2 अप्रैल : फरीदाबाद के कई विभागों के अधिकारी अपने दफ्तर तक सीमित रहते हैं हिंदी भाषा में कहें तो कुर्सी चिपकू अधिकारी होते हैं उनके शहर की गतिविधियों का कोई आकलन नहीं होता, उनके कुर्सी चिपकू होने के कारण उनके विभाग के छोटे अधिकारी अपने दफ्तर को खाला जी का घर समझते हैं कब आते हैं कब जाते हैं कोई पता नहीं होता जनता परेशान रहती है । फरीदाबाद के नए पुलिस कमिश्नर की एक बार फिर जमकर तारीफ़ हो रही है अभी एक दिन पहले की शाम उन्होंने न्यू टाउन के पांच नंबर थाने का औचक निरीक्षण किया था और ड्यूटी से नदारद रहे पांच पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया था । उन्होंने थाने का रजिस्टर चेक किया था और पांच पुलिस कर्मी गैरहाजिर पाए थे जिन्हे तुरंत निलम्बित कर दिया था । पुलिस कमिश्नर की इस कार्यवाही से कई थाने चौकियों में हड़कम्प मचा है और संभव है अब और थाने चौकी के पुलिस कर्मी सुधर जाएं ।
फरीदाबाद, 2 अप्रैल : फरीदाबाद के कई विभागों के अधिकारी अपने दफ्तर तक सीमित रहते हैं हिंदी भाषा में कहें तो कुर्सी चिपकू अधिकारी होते हैं उनके शहर की गतिविधियों का कोई आकलन नहीं होता, उनके कुर्सी चिपकू होने के कारण उनके विभाग के छोटे अधिकारी अपने दफ्तर को खाला जी का घर समझते हैं कब आते हैं कब जाते हैं कोई पता नहीं होता जनता परेशान रहती है । फरीदाबाद के नए पुलिस कमिश्नर की एक बार फिर जमकर तारीफ़ हो रही है अभी एक दिन पहले की शाम उन्होंने न्यू टाउन के पांच नंबर थाने का औचक निरीक्षण किया था और ड्यूटी से नदारद रहे पांच पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया था । उन्होंने थाने का रजिस्टर चेक किया था और पांच पुलिस कर्मी गैरहाजिर पाए थे जिन्हे तुरंत निलम्बित कर दिया था । पुलिस कमिश्नर की इस कार्यवाही से कई थाने चौकियों में हड़कम्प मचा है और संभव है अब और थाने चौकी के पुलिस कर्मी सुधर जाएं ।