फरीदाबाद, 8 अप्रैल(नवीन गुप्ता): विश्व स्वास्थ्य दिवस पर मैट्रो अस्पताल के प्रांगण में एक नि:शुल्क मधुमेह जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में करीब 50 ऐसे मरीजों की जांच की गई, जिनकी उम्र 40 वर्ष से ऊपर थी और उनमें मधुमेह के किसी प्रकार के लक्ष्ण नहीं थे परंतु उनकी शुगर नियंत्रण में नहीं थी, जबकि 10 प्रतिशत मरीजों में डायबिटीज फुट एग्जामिनेशन में कमी पाई गई और उन्हें प्रोपर फुट केयर की जानकारी दी। शिविर में मरीजों की जांच एंडोक्रोनोलोजिस्ट डॉ० नीलम पाण्डे द्वारा की गई। शिविर में आए करीब 75 प्रतिशत मरीजों में डायबिटीज के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं थी, उसके लिए कांउसलर ने मरीजों को बताया। शिविर में मरीजों की शुगर की जांच, पैरों की जांच, डाईट परामर्श के साथ-साथ नि:शुल्क परामर्श दिए गए।
डॉ० नीलम पाण्डेय ने बताया कि डायबिटीज को लेकर अभी और जागरुकता की जरुरत है क्योंकि डायबिटीज एक ऐसा रोग है, जो हर उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। इसलिए हमें अपनी दैनिक दिनचर्या के साथ-साथ व्यायाम को भी निरंतर प्राथमिकता देना चाहिए। डॉ० पाण्डेय ने कहा कि वल्र्ड हैल्थ-डे 2016 की थीम मधुमेह को कंट्रोल करना है। संपूर्ण साउथ ईस्ट एशियन देशों में लगभग 90 मिलियन मधुमेह के रोगी है, ये तेजी से फैलती बीमारी निम्र एवं मध्यम वर्ग के लोगों में अधिक है। खान-पान पर नियंत्रण, नियमित व्यायाम तथा नियमित स्वास्थ्य जांच द्वारा इस रोग से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि मधुमेह तीन प्रकार के होते है, उच्च रक्तचाप, कोलस्ट्राल संबंधी बीमारी होने पर मधुमेह का खतरा अधिक रहता है। उन्होंने बताया कि बहुत प्यास लगना, अत्याधिक भूख लगना, थकान महसूस होना, बार-बार पेशाब आना, वजन कम होना, दृष्टि में धुंधलापन, त्वचा में खुजली, अक्सर संक्रमण होना। पैरों-हाथों में सुन्न होना अथवा झनझनाहट अक्सर लोगों में कोई लक्ष्ण दिखाई नहीं देते यदि उनका रक्त शर्करा स्तर अधिक होता है, आपको मधुमेह होने की जानकारी रक्त जांच से मिल सकती है। उन्होंने बताया कि मधुमेह को नियंत्रण करने के लिए स्वस्थ खाना, शारीरिक गतिविधियां, चिकित्सा डॉ० के संपर्क में सुचारु, चिकित्सा से मधुमेह पर नियंत्रण पाया जा सकता है।