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फरीदाबाद, 13 अप्रैल (नवीन गुप्ता): मानव रचना शैक्षणिक संस्थान एमआरईआई प्रकृति व पर्यावरण को हरा-भरा रखने में विश्वास रखता है। यहीं कारण है कि मानव रचना ने प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने का प्रण लेते हुए अपने कैंपस को इको स्मार्ट बनाया है वह नई ऊंचाइयों की ओर कदम बढ़ाया है। अब संस्थान ने अपने स्टूडेंट्स को सोलर के क्षेत्र के एक्सपर्ट बनाने के लिए सूकैम के सहयोग से स्मार्ट सोलर सेंटर का लॉन्च किया है।
मानव रचना यूनिवर्सिटी यूजीसी एक्ट 1946 के सेक्शन 2एफ के तहत स्टेट यूनिवर्सिटी व सूकैम पॉवर सिस्टम्स लिमिटेड ने मिलकर एमआरयू में सेंटर फॉर स्मार्ट सोलर एनर्जी को लॉन्च किया। सेंटर का उद्देश्य सोलर एनर्जी के क्षेत्र में रिसर्च एंड डिवेलपमेंट को बढ़ावा देना, एनर्जी सिस्टम के सही से प्रयोग व स्टूडेंट्स फैकल्टी पेशवरों को एनर्जी सिस्टम्स की ट्रेनिंग देना है।
सेंटर के लॉन्च के मौके पर मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की मुख्य संरक्षका श्रीमति सत्या भल्ला, सुकैम पावर सिस्टम्स लिमिटेड के मैनेजिंग डॉयरेक्टर श्री कुंवर सचदेव एमआरईआई के प्रेसिडेंट डॉ० प्रशांत भल्ला, वाइस प्रेसिडेंट डॉ० अमित भल्ला, एमआरआईयू के वाइस चांसलर डॉ० एनसीवाधवा व एमआरयू के वाइस चांसलर डॉ० संजय श्रीवास्तव मौजूद रहे।
सेंटर की सराहना करते हुए व सूकैम का धन्यवाद कर मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के प्रेसिडेंट डॉ० प्रशांत भल्ला ने कहा कि सेंटर नेशनल व इंटरनेशनल स्तर की कॉन्फे्रंस वर्कशॉप लेक्चर की मदद से सोलर एनर्जी के क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि सूकैम का नाम देश में एनर्जी सोल्यूशन्स के लिए जाना जाता है। ऐसे में मानव रचना का शिक्षा व उद्योग जगत के तालमेल को बेहतर करने के उद्देश्य की तरफ यह पहला कदम है। इस सेंटर से सोलर एनर्जी को नई राहें मिलेंगी।
वहीं इस मौके पर श्री कुंवर सचदेव ने स्टूडेंट्स व फैकल्टी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स और फैकल्टी ने इस सेंटर का स्थापित करने के लिए काफी सक्रियता दिखाई है जोकि काबिले तारीफ हैं। उन्होंने कहा कि सूकैम में हम विश्वास करते हैं कि उज्जवल भविष्य की राह आज के द्वारा किए गए कार्यों और इसके साथ बनाई गई सफल राहों के साथ ही प्राप्त किया जा सकता है। सोलर एनर्जी सेंटर इसी सोच में एक नया कदम है।
स्टूडेंट्स बनेंगे सोलर एक्सपर्ट
एमआरईआई व सूकैम के बीच का यह समझौता उद्योग व शिक्षा के बीच बेहतर तालमेल का उदाहरण बनेगा। सेंटर के तहत आरएंडडी को बढ़ावा देने के लिए नेशनल व इंटरनेशनल स्तर पर कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप औपचारिक वर्तालाप एक्सपर्ट लैक्चर का आयोजन किया जाएगा। यहीं नहीं सूकैम के इस साथ इस समझौते के साथ एमआरयू के स्टूडेंट्स व फैकल्टी को ऑन फील्ड ट्रेनिंग का मौका मिलेगा व सोलर एनर्जी के फील्ड में होने वाले बदलावों से भी वह अपडेट रहेंगे। यह सेटंर सोलर एनर्जी के क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लाभकारी साबित होगा।
सेंटर में नई तकनीक के साथ सोलर एनर्जी का है साथ
एमआरयू में लॉन्च किया गया सेंटर सूकैम के नॉलेज सेंटर के एवीपी श्री प्रवीण कुमार जैन के परामर्श के साथ चलाया जाएगा। एमआरयू में लॉन्च किए गए सोलर सेंटर में 8 पैनल लगाए गए हैं जिससे 640 वाट एनर्जी पैदा होती है। सेंटर में 4 एलईडी लाइट्स व 2 बिना दातों के पंखों को सोलर एनर्जी की मदद से चलाया जा रहा है जिसमे 200 वाट बिजली का प्रयोग होता है। यहां पर टच स्क्रीन सोलर हाईब्रिड एमपीपीटी पीयूसी ब्लूटुथ अनेब्ल्ड जैसी आधुनिक तकनीक है। सेंटर से मिली जानकारी के अनुसार धीरे-धीरे सेंटर को पूरी तरह से सोलर एनर्जी पर डाला जाएगा और इसके बाद पूरे एमआरयू को सोलर एनर्जी पर लाने की कोशिश की जाएगी।