तीज-त्यौहार हमारी पम्परागत विश्व प्रसिद्व संस्कृति का परिचायक है: सीमा त्रिखा
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 4 अगस्त (ऋचा गुप्ता): सावन के इस मौसम में शहर की महिलाओं को एक छत के नीचे सांस्कृतिक तथा गीत-संगीतों से भरपूर माहौल देने के लिए पहली बार राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित होटल गोल्डन गैलेक्सी द्वारा तीज के अवसर पर एक रंगारंग समारोह का आयोजन किया गया। ‘आया सावन झूम के’ नामक इस समारोह का विशेष आकर्षण लेडिज द्वारा स्वयं प्रस्तुत किए गीत-संगीत तथा नृत्य थे जिनकी सबने दिल खोलकर सराहना की। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश की मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती सीमा त्रिखा ने शिरकत की। सीमा त्रिखा का समारोह में पहुंचने पर ईनर व्हील क्लब ऑफ फरीदाबाद इंडस्ट्रियल टाऊन की प्रधान पुनीता गुप्ता, तरूणा अग्रवाल, नैना अग्रवाल, सरोज जैन, मंजू बसंल, रजनी गुप्ता, राजबाला, रेखा गोयल, प्रियंका गर्ग, रूपा शर्मा, शैली गोयल, अंकिता गुप्ता, डॉली गोयल, कुसुम नागपाल ने श्रीमती त्रिखा का बुक्के भेंट कर स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि तीज-त्यौहार हमारी पम्परागत विश्व प्रसिद्व संस्कृति का परिचायक है, जो हमें समय-समय पर अपनी अनूठी संस्कृति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते है। श्रीमती त्रिखा ने महिला वर्ग द्वारा विशेष तौर पर आयोजित उक्त कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज को जहां एक ओर सांस्कृतिक दृष्टिकोण से मजबूती प्रदान तो करते ही हैं, साथ ही परंपरागत विषय वस्तुओं संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी देने में अहम भूमिका का निर्वहन करते है।
सीमा त्रिखा ने कहा कि प्रदेश सरकार भी समय-समय पर इस प्रकार के कार्यक्रम, समारोह आयोजित कर विश्व के मानचित्र पर अपनी अलग पहचान रखने वाली प्रदेश की संस्कृति को आम जन तक पहुंचाने के लिए दृढ़ता से प्रयासरत है। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि आने वाली पीढ़ी संस्कृति से ओत-प्रोत तीज-त्यौहारों के माध्यम से अपनी परंपराओं की जानकारी प्राप्त कर इनका अधिक से अधिक लाभ लें।
श्रीमती त्रिखा ने कहा कि भविष्य में होने वाले इस प्रकार के कार्यक्रम विशेषकर युवाओं के बीच पथ प्रदर्शक की भूमिका निभाएगें। इसलिए इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भविष्य में भी होते रहने चाहिए।
समारोह के दौरान महिलाओं द्वारा परंपरागत वेशभूषाओं में सांस्कृतिक कार्यक्रम, घरेलू समस्याओं पर जनसंदेश देती लघु नाटिका प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया।