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फरीदाबाद, 17 अगस्त (नवीन गुप्ता): शहर के नामी-गिरामी शिक्षण संस्थान डीएवी शताब्दी कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ० सतीश आहूजा ने अपने अंगदान कर शहर के लोगों के उन लोगों के लिए एक मिसाल पैदा की है जोकि अंगदान के महत्व को नहीं जानते, खासकर शिक्षावर्ग को। स्वाधीनता दिवस के अवसर पर अंगदान कर डॉ० सतीश आहूजा अपने आपको बड़ा खुशनसीब मानते है। डॉ० आहूजा का मानना है कि उनके मरने के बाद उनके अंग किसी जरूरतमंद अंगहीन के काम आए, इससे बड़ी खुशी की बात उनके लिए क्या होगी। शहर में अपने पूरे परिवार सहित अंगदान करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता एवं लायंस क्लब के आर.के. चिलाना ने आज कॉलेज में जाकर डॉ० सतीश आहूजा का अंगदान का फार्म भरा। अंगदान का फार्म भरते समय डॉ० सतीश आहूजा और आर.के. चिलाना की आखों में जो चमक, चेहरे पर खुशी और दिल में आत्मिक संतुष्टि थी, वह ब्यां नहीं की जा सकती।
शहर में अंगदान यानि ओरगेन डोनेशन की पहल करने वाले आर.के.चिलाना स्वयं के परिवार सहित अब तक 106 लोगों के अंगदान के फार्म भर चुके हैं। श्री ेचिलाना का कहना है कि इस लॉयनवाद वर्ष 2016-17 में उनका लक्ष्य 500 लोगों को अंगदान कराने का है जिससे कम से कम पांच हजार लोगों की जान बचाई जा सकेगी। इसी कड़ी में आज उन्होंने 27 लोगों के अंगदान के फार्म भरा कर एम्स में जमा करा दिए हैं। डा. सतीश आहूजा भी उन 27 लोगों में शामिल हैं जिन्होंने कि स्वैच्छा से अंगदान करने के फार्म भरे हैं।
बकौल श्री चिलाना, डा. सतीश आहूजा ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वे अपने कॉलेज से करीब 50 लोगों के अंगदान के फार्म भरवाकर उन्हें अंगदान के लिए प्रेरित करेंगे। श्री चिलाना तथा डा. आहूजा ने लोगों से अपील की है कि वे ज्यादा से ज्यादा अंगदान करें ताकि शारीरिक रूप से विकलांग जरूरतमंद लोगों को इसका फायदा मिल सके। लायन आरके चिलाना ने सभी से आशा व्यक्त की वे ओरगेन डोनेशन के प्रचार में शामिल हो ताकि जरूरतमंद लोगों की जान बचाई जा सके। श्री चिलाना ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में एम्स, सफदरजंग व गुरूतेग बहादुर अस्पताल में अंगदान की सुविधा है।
गौरतलब रहे कि लायंस क्लब द्वारा शहर में पहली बार आंखों एवं अंगदान (आईज एंड आर्गन) के डोनेशन को लेकर गत 22 जनवरी को एनएच-3 स्थित डीएवी शताब्दी कालेज में एक जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया था। इस सेमीनार में मेडिकल सोशल सर्विस आफिसर एम्स राजीव मैखुरी तथा राममनोहर लोहिया अस्पताल के सर्जरी हैड डा. (प्रो) राना$ ए .के.सिंह ने लोगों को आंखों एवं अंगदान डोनेशन के लिए जागरूक किया था। इस सेमीनार से प्रेरित होकर आर.के.चिलाना के सात परिजनों सहित विभिन्न वर्गाे के 35 लोगों ने अपने अंगदान करने की घोषणा की थी।