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फरीदाबाद, 13 सितंबर (नवीन गुप्ता): द्वितीय खरतरगच्छीय दादा गुरुदेव मणिधारी श्री जिनचंद्र सूरिश्वर महाराज की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में सेक्टर-16 स्थित श्री महावीर स्वामी जैन श्वेताम्बर शिखरबद्ध जिनालय में गुरुदेव की पूजा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ कराई गई। जिसमें भजन गायक एवं संगीतकार लवेश बुरड़ के भजनों ने भक्तों को नृत्य करने के लिए मजबूर कर दिया।
जिनालय परिसर को बेहद खूबसुरत ढंग से सजाया गया। श्री मणिधारी जिनचंद्र सूरिश्वर की प्रतिमा का बेहद खूबसूरज ढंग से श्रृंगार किया गया। पूरा परिसर फूलों की खुशबू से महक रहा था। जिनालय परिसर में गुरूदेव की बड़ी पूजा के लिए फरीदाबाद के नहीं दूर-दराज से दादा के भक्त जिनालय में पहुंचने लगे। सुबह 10 बजे मंदिर में प्रभु की स्नात्र पूजा बेहद विधीविधान से हुई। इसके बाद इंदौर के भजन गायक एवं संगीतकार लवेश बुरड ने अपनी संगीतमय तरीके से श्री मणिधारी दादा गुरूदेव की पूजा शुरू कराई। इस दौरान उन्होंने इतना दिया मेरे दादा ने कि जितनी मेरी औकात नहीं, लाखों भक्त है तेरे दादा मेरी ओर हाथ बड़ा दो, मुझे अपना बना लो। हर जन्म में दादा तेरा साथ चाहिए, सिर पे मेरे दादा तेरा हाथ चाहिए जैसे भजनों ने जिनालय में बैठे सैकड़ों जैन समाज के लोगों को नृत्य करने के लिए मजबूर कर दिया। इसी बीच लवेश बुरड़ ने गुरुदेव के चरणों में कृपा बनाए रखना, मरते दम तक सेवा में बनाए रखना भजन को इस तरीके से प्रस्तुत किया कि जिनालय में मौजूद भक्त भक्ति में झूमने लगे, कुछ तो ऐसे थे खड़े होकर थिरकने लगे। पूजा से पूर्व रविवार सुबह पर्यूषण महापर्व के अवसर पर आयोजित बच्चों की विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरूस्कार वितरण किया गया।
इस मौके पर आत्मानन्द जैन सभा के प्रधान राजकुमार जैन, राहुल जैन, लाभ चंद मेहता, राजेंद्र जैन, प्रमोद कुमार जैन, पूनम चंद जैन, नवीन जैन सहित समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।