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फरीदाबाद, 7 अक्टूबर (नवीन गुप्ता): महारानी वैष्णव देवी मंदिर में मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की भव्य अराधना की गई। मंदिर में नवरात्रों के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर में डीसीपी एनआईटी रमेश पाल, इंकम टैक्स के डिप्टी कमिश्नर परीक्षित, पुलिस अधिकारी मुरारीलाल, प्रदीप झांब, पूर्व एससीपी दर्शनलाल मलिक, केसी लखानी, होटल डिलाईट के चेयरमैन रामशरण भाटिया, चेयरमैन प्रताप भाटिया, सुरेंद्र झांब, उद्योगपति अमिताभ गुलाटी, सुरेंद्र गेरा, सुरेंद्र दास, कंवल खत्री, उद्योगपति आनंद मल्होत्रा एवं सूर्यांश गुलाटी ने वैष्णवदेवी मंदिर पहुंचकर मां के दर्शन किए। इस अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए सभी अतिथियों को चुन्नी व प्रसाद भेंट कर उनका सम्मान किया।
मंदिर में पंडित ओमप्रकाश ने सभी भक्तों को मां कात्यायनी की महिमा सुनाई। उन्होंने कहा कि मां कात्यायनी नाम पडऩे के पीछे एक कथा है। कत नामक एक ऋषि थे, उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं के गोत्र में विश्व प्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए। उन्होंने भगवती की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक कठिन तपस्या की। उनकी इच्छा थी कि मां भगवती उनके घर में पुत्र के रूप में जन्म लें। मां भगवती ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली थी। कुछ साल पश्चात जब दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर बहुत बढ़ गया। तब उसके विनाश के लिए ब्रहमा, विष्णु , महेश ने अपने-अपने तेज का अंश देकर महिषासुर के विनाश के लिए एक देवी को उत्पन्न किया। जोकि मां कात्यायनी कहलाई। मां कात्यायनी ने दानव महिषासुर का वध किया। पंडित ओमप्रकाश ने कहा कि मां कात्यायनी की अराधना करने वाले भक्त हमेशा सुखी व संपन्न रहते हैं। जो भक्त सच्चे मन से मां से कोई भी मुराद मांगता है वह तुरंत पूरी होती है।
इस मौके पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने कहा कि वैष्णोदेवी मंदिर में नवरात्रों का पर्व बहुत ही धूमधाम व उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। इस पुनीत मौके पर मंदिर में हर रोज प्रसाद का वितरण भी किया जा रहा है। आज की पूजा में श्री भाटिया के साथ गिर्राजदत्त गौड़, इंद्रजीत सब्बरवाल, नेतराम गांधी, राजू, दिनेश चित्तकारा,राहुल, अनिल भाटिया, बिआर कथूरिया, प्रीतम धमीजा, फकीरचंद कथूरिया एवं अशोक नासवा ने माता रानी की पूजा में हिस्सा लिया।