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वाईएमसीए विश्वविद्यालय में मनाया गया ‘जॉय आफ गिविंग’ सप्ताह

मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 20 अक्टूबर (चन्दन प्रकाश): त्यौहारों पर जब सभी अपनों के साथ खुशियां बांटने की तैयारियों में लग जाते है तो ऐसे समय में वाईएमसीए विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कुछ अलग करने में जुटे है। ये विद्यार्थी निर्धन, अनाथ व जरूरतमंद लोगों के लिए मूलभूत वस्तुएं जुटाने तथा उन तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रहे है।
विश्वविद्यालय द्वारा चलाये गये ‘जॉय आफ गिविंग (दान उत्सव) सप्ताह के दौरान विद्यार्थियों ने लोगों के घर-घर जाकर काफी तादाद में ऐसी वस्तुएं जुटाई है, जिनमें घरेलू उपयोग का जरूरी सामान, पुराने एवं नए कपड़े, जूते, बर्तन, किताबें और रोजमर्रा का अन्य सामान शामिल हैं। विश्वविद्यालय के लगभग 50 विद्यार्थियों का समूह निस्वार्थ भावना से इस कार्य में लगा हुआ है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों द्वारा परोपकार की भावना से किए जा रहे इस कार्य को सराहा है। उन्होंने विद्यार्थियों का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि विद्यार्थियों को उनके सामाजिक सरोकार के कार्यों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग दिया जायेगा।
उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा जुटाई गई वस्तुओं का निरीक्षण भी किया। यह अभियान विद्यार्थियों द्वारा संकायाध्यक्ष विद्यार्थी कल्याण की देख-रेख में चलाया गया था। कुलपति ने निर्धन एवं जरूरतमंदों की मदद के लिए विद्यार्थियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की तथा संकायाध्यक्ष विद्यार्थी कल्याण प्रो० एसके अग्रवाल से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि विद्यार्थियों द्वारा जुटाई गई वस्तुएं उन लोगों तक पहुंचे, जिन्हें इनकी सबसे ज्यादा जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक सरोकार की गतिविधियों से भी जुटे रहे।
इस कार्य में लगे विद्यार्थी अशुंल बंसल, उत्कर्ष, प्रियंका, वैभव आदि ने बताया कि अब तक एक टन से ज्यादा सामान एकत्रित हो चुका है, जिसे विद्यार्थियों ने विभिन्न सैक्टरों में जाकर एकत्रित किया है तथा इस सामान को आस-पास की बस्तियों, अनाथाश्रम तथा वृद्धाश्रम तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर लोग घरों में त्यौहार की सफाई के दौरान ऐसे सामान को अलग रख देते है, जो कि रोजमर्रा में उपयोग में नहीं आता लेकिन साधनों से वंचित लोगों के लिए ये सामान उपयोगी हो सकता है। इसी सोच के साथ विद्यार्थियों ने डोर-टू-डोर लोगों से ऐसे सामान देने का आग्रह किया। इस सामान में सबसे ज्यादा कपड़े है। इसके अलावा, लोगों ने किताबें, खिलौने, वाटर प्यूरिफायर तथा रोजमर्रा की अन्य चीजें दान में दिया है।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ० सोनिया बंसल ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पिछले पांच वर्षों से विश्वविद्यालय में ‘जॉय आफ गिविंग का आयोजन किया जा रहा है, जिसे विश्वविद्यालय ने सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में लिया है। इस उत्सव का उद्वेश्य विद्यार्थियों में परोपकार एवं सामाजिक सरोकार की भावना पैदा करना है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने ‘जॉय आफ गिविंग के दौरान काफी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। विद्यार्थियों ने अलग-अलग सैक्टरों में डोर-टू-डोर गतिविधियां चलाई तथा बाजारों में कई संग्रह केन्द्र स्थापित किए।
उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा एकत्रित किया गया कुछ सामान बघोला, पलवल के ‘आंचल छाया अनाथालय में भेजा गया है। कुछ सामान को नेपाल के भूकंप पीडि़तों को नेपाल श्री जनशील चिल्ड्रन प्रोटेक्शन सेंटर के माध्यम से पहुंचाया जायेगा। इसके अलावा, शहर की बस्तियों, विभिन्न अनाथालयों व वद्धाश्रमों को भी जरूरत के अनुसार सामान भेजा जा रहा है।

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