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यूके की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने की जेसीबी इंडिया की 10 महिला इंजीनियर्स से मुलाकात

जेसीबी ने हैवी इंजीनियरिंग में अपने आप को समान अवसर रोजगार प्रदाता के तौर पर स्थापित किया
मैट्रो प्लस
नई दिल्ली/फरीदाबाद, 9 नवम्बर (नवीन गुप्ता): यूके की प्रधानमंत्री थेरेसा मे को आज नई दिल्ली में 10 महिला इंजीनियर्स ने जेसीबी इंडिया के प्लांट्स में आ रहे बदलावों के बारे में आंतरिक जानकारी प्रदान की। जेसीबी ने भारत में करीब 40 साल पहले दिल्ली में अपने पहले प्लांट में अर्थमूविंग एवं निर्माण उपकरणों को बनाने का काम शुरू किया था। आज कंपनी के पुणे और जयपुर में चार अन्य प्लांट्स भी हैं जिनमें हैवी इंजीनियरिंग और निर्माण में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। इन विश्वस्तरीय यूनिट्स में तैयार किए जाने वाले उत्पादों को ना सिर्फ भारतीय बाजारों में उपलब्ध करवाया जाता है बल्कि विश्व भर में निर्यात भी किया जाता है।
भारत में अपने दौरे के पहले चरण में श्रीमति मे ने जेसीबी में उन 10 पहली महिला इंजीनियर्स से मुलाकात की जिन्होंने पारंपरिक तौर पर पुरुष प्रभुत्व वाले उद्योग में इस बदलाव को लाने में अहम भूमिका अदा की है।
जेसीबी इंडिया के एमडी और सीईओ विपिन सोंधी ने कहा कि ‘करीब 4 दशक पूर्व जेसीबी ने भारत में अर्थमूविंग एवं निर्माण उपकरणों को प्रस्तुत कर अग्रणी भूमिका निभाई हैै। इस निर्माण क्षेत्र को पहले सिर्फ पुरुषों के कैरिअर विकल्प के तौर पर देखा जाता था, आज इस नजरिये को हम बदलने की कोशिश कर रहे हैै। हम सक्रिय रूप से महिलाओं को हमारे कारोबार में निर्माण और भारी इंजीनियरिंग में प्रमुख भूमिकाएं निभाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
प्रियंका बंसल, दिव्या पटसारिया और कविता वर्मा, ये सभी दिल्ली स्थित जेसीबी प्लांट में कार्यरत हैं, जोकि विश्व में बैकहो लोडर्स की सबसे बड़ी फैक्ट्री है। अश्विनी पिंगालकर, अंजीता नायर और स्नेहल कुलकर्णी, जेसीबी की पुणे फैक्ट्री में कार्यरत हैं जो कि भारी उत्पादों का निर्माण करती है। वहीं दीक्षा शर्मा, ज्योति सेन, दीप्ति राघव और रेणु अटारिया, जयपुर में जेसीबी के नए प्लांट में कार्यरत हैं और ये सभी निर्माण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। इस प्लांट में महिला कर्मियों की संख्या 25 प्रतिशत तक है। इन सभी युवा एवं होनहार महिलाओं ने आज प्रधानमंत्री से मुलाकात की।
विपिन सोंधी ने बताया कि ‘इन प्रतिभाशाली महिलाओं की निर्माण और भारी इंजीनियरिंग भूमिकाओं में भर्ती, कंपनी बीते कई सालों से कर रही है। हमारी कुछ महिला इंजीनियर बीते 7 सालों से हमारे साथ हैं और हम जैसे जैसे विस्तार कर रहे हैं, वैसे इन भूमिकाओं में महिलाओं की भर्ती लगातार बढ़ रही है। ये महिलाकर्र्मी डिप्लोमा और इंजीनियरिंग कोर्सेज करने के बाद जेसीबी से जुड़ती हैं और इन-हाउस ट्रैनिंग प्राप्त करती है जिसमें उन्हें अपने काम में सर्वश्रेष्ठता के लिए जरूरी कौशल प्रदान किया जाता है। वे हमारे साथ काम कर सामान वैश्विक गुणवत्ता के उत्पादों को तैयार करने में अपना योगदान देती है। जेसीबी उनकी जिंदगियों में सकारात्मक बदलाव लाई हैं और वे अपने गांवों और शहरों में आदर्श बन गई। कई महिलाएं तो अपने घरों से 1000 किलोमीटर दूर आकर हमारे यूनिट्स में काम कर रही हैं और आगे बढ़ रही हैं।
जेसीबी इंडिया: परिचय
जेसीबी इंडिया लिमिटेड, भारत की एक प्रमुख अर्थमूविंग और निर्माण उपकरण निर्माता कंपनी है। कंपनी की शुरुआत एक संयुक्त उपक्रम के तौर पर 1979 में हुई थी और अब ये पूरी तरह से जे.सी.बैमफोर्ड एक्सकावेटर्स, यूनाइटेड किंगडम की कंपनी है। भारत में पांच अत्याधुनिक निर्माण यूनिट्स के साथ जेसीबी इंडिया आज भारत में 8 उत्पाद लाइंस में 48 अलग अलग तरह की मशीनों का निर्माण करती है। जिनकी बिक्री ना सिर्फ भारत में की जाती है बल्कि उन्हें दुनिया के 65 से अधिक देशों को निर्यात भी किया जाता है। निर्माण उपकरण उद्योग में जेसीबी का सबसे बड़ा डीलर नेटवर्क है और देशभर में अपने 63 डीलर्स के विस्तृत नेटवर्क और पूरे भारत में 650 से अधिक आउटलेट्स हैं।


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