तेज रफ्तार व यातायात के नियमों का पालन न करने के कारण ही ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं होती है: डा० हनीफ कुरैशी
एम्बुलेंसों से अब तक 20 हजार जान बचाई जा चुकी है और इनमें 100 बच्चें जन्म ले चुके हैं: विजय अग्रवाल
हर तरह की आधुनिक मशीनों से लैस है व प्रत्येक एम्बुलैंस, डाक्टर व स्टॉफ भी रहते है मौजूद
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 1 दिसम्बर (नवीन गुप्ता): देश की जानी-मानी क्रेन कंपनी एसीई कंस्ट्रक्शन लिमिटेड ने समाजसेवा के क्षेत्र में एक कदम ओर आगे बढ़ाते हुए एसीई इमरजेंसी रिस्पांस सेवा के अन्र्तगत चलाई जा रही एम्बुलेंसों के बेढ़े में बढ़ोतरी करते हुए आज एक ओर नई एम्बुलेंस आम जनता की सहायतार्थ भेंट की है। इस नई एम्बुलेंस को पुलिस आयुक्त डा० हनीफ कुरैशी ने रिबन काटकर हरी झंडी दिखा रवाना किया। इस अवसर पर एसीई कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के चेयरमैन विजय अग्रवाल व मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल संजय वर्मा सहित पुलिस विभाग की तरफ से डीसीपी मुख्यालय विक्रम कपूर, डीसीपी ट्रैफिक पूर्णचंद पंवार, एसीपी हैडक्वार्टर जितेश मल्होत्रा आदि विशेष तौर पर मौजूद थे।
इस अवसर पर पुलिस आयुक्त डा० हनीफ कुरैशी ने कहा कि दुर्घटना में किसी भी पीडि़त/घायल के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय दुर्घटना के बाद का होता है। अगर उस समय उसके पास सही समय पर एम्बुलेंस पहुंच जाये तो उसकी जान बच सकती है। डा० कुरैशी ने सड़क दुर्घटना के आकड़ों को बताते हुए कहा कि तेज रफ्तार व यातायात के नियमों का पालन न करने के कारण ही ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं होती है। इसलिए पुलिस ने यातायात के नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करते हुये 4000 ड्राईविंग लाईसैंस रद्व किये है और उन्हें यातायात के नियमों के बारे में जागरूक किया है ताकि लोग यातायात के नियमों का पालन करे और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
पुलिस आयुक्त डा० हनीफ कुरैशी ने एसीई कंस्ट्रक्शन लिमिटेड द्वारा मोबाइल के्रन में द्वारा चलाई जा रही एसीई इमरजेंसी रिस्पांस सेवा सर्विस को बहुत अच्छा कार्य बताते हुए चेयरमैन विजय अग्रवाल तथा सीईओ कर्नल संजय वर्मा व उनकी टीम के इस कार्य की सराहना करते हुए उन्हें इस नेक कार्य के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आप लोग इसी तरह लोगों की जान बचायें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि डीसीपी ट्रैफिक से बात करके इन एम्बुलैंसों के लिए जगह भी निश्चित की जायेगी।
इस अवसर पर एसीई कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के चेयरमैन विजय अग्रवाल ने बताया कि पलवल जिले में आठ व फरीदाबाद जिले में एसीई इमरजेंसी रिस्पांस सेवा के तहत तीन एम्बुलेंस पहले से चल रही थी और एक एम्बुलेंस आज फरीदाबाद के लिए ओर चलाई जा रही है। उपरोक्त सर्विस के अन्र्तगत अब तक 20 हजार जान बचाई जा चुकी है। 100 बच्चों ने उपरोक्त एम्बलेसों में जन्म लिया है। यह सेवा नि:शुल्क है। इसके लिए कभी भी किसी भी एमरजेंसी में टोल फ्री न०-1800-1800-009 पर कॉल करें और इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
इस अवसर पर डीसीपी ट्रैफिक पूर्णचंद पंवार ने कहा कि पूरे फरीदाबाद में 11 ब्लाक स्पॉट ऐसे है जिनमें पिछले साल 66 सड़क दुर्घटनायें हुई थी। इनमें से 7 स्पॉट एनएच-2 पर व 4 स्पॉट आऊटर बाईपास पर है। लेकिन इस वर्ष ट्रैफिक पुलिस के प्रयास से इन स्पॉटों पर केवल 45 सड़क दुर्घटनाएं हुई। जिनमें से 25 दुर्घटनाओं में मौत हुई व 20 दुर्घटनाओं में लोग घायल हुए। इस समस्या से निपटने के लिए दो दिन पहले उन्होंने ने आरटीओ, एमसीएफ, पीडब्लयुडी, हुडा, व एनएचएआई के अधिकारियों को बुलाकर उपरोक्त 11 ब्लाक स्पॉट का दौरा कर उन जगहों पर दुर्घटना होने के कारण का पताकर दुर्घटनाओं को रोकने के बार विचार विमर्श भी किया।
इस मौके पर कंपनी के सीईओ तथा इस एम्बुलेंस सेवा का कार्य देख रहे कर्नल संजय वर्मा ने कहा कि उपरोक्त सर्विस के अन्तर्गत चलाई जा रही एम्बुलैंस सेवा नि:शुल्क है। किसी भी पीडि़त द्वारा टोल फ्री न०-1800-1800-009 पर कॉल करने पर उसकी कॉल को पहली कीरिंग पर प्राप्त किया जाता है। अगर किसी से मिस कॉल भी लग जाती है तो उसके पास भी वापिस फोन करके पूछा जाता है कि आपको कोई परेशानी है या आपसे गलती से नम्बर लग गया है। इस सेवा के अन्र्तगत एम्बुलैंस शहरी क्षेत्र में लगभग 7 से10 मिन्ट में व ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 15से 20 मिनट में पीडि़त के पास पहुंच जाती है। एसीई इमरजेंसी रिस्पांस सेवा के अन्र्तगत चलाई जा रही एम्बुलैंस हर तरह की आधुनिक मशीनों से लैस है व प्रत्येक एम्बुलैंस में डाक्टर व स्टॉफ मौजूद रहते है जोकि पीडि़त/घायल को प्रथम उपचार देकर अस्पताल तक पहुंचाते है।