मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 28 जनवरी: मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) में 68वें गणतंत्र दिवस की झलक देखने को मिली। संस्थान ने देशभक्ति की भावना का प्रदर्शन करते हुए कैंपस में ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया। केवल यहीं नहीं कैंपस में ध्वजारोहण कार्यक्रम के बाद मानव रचना ने सैक्टर-12 खेल परिसर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मानव रचना ने स्किल इंडिया थीम के तहत स्टूडेंट्स के प्रोजेक्टों का प्रदर्शन करते हुए झांकियां निकाली।
मानव रचना शैक्षणिक संस्थान बेहतर इंसान बनाने के उद्वेश्य के साथ स्टूडेंट्स को ग्लोबल चैलेंज का सामना करने के लिए तैयार करता है। संस्थान स्टूडेंट्स को प्रतिस्पर्धा के दौर में विजेताओं के रूप में तैयार करता है। अपने क्वालिटी एजुकेशन देने की सोच व उद्वेश्य के कारण मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) को नेशनल स्तर पर नैक से मान्यता तथा इंटरनेशनल स्तर पर जानी-मानी यूनिवर्सिटियों को रेटिंग देने वाली क्यूएस के द्वारा चार पैरामीटर में टॉप रेटिट फाइव स्टार रेटिंग प्राप्त है, जोकि देश की गिनी चुनी यूनिवर्सिटियों को ही प्राप्त हुई है।
गणतंत्र दिवस समारोह में मानव रचना के स्टूडेंट्स के द्वारा तैयार किए गए कई इनोवेटिव प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए गए हैं। मानव रचना की झांकी का नेतृत्व दूसरे साल का स्टूडेंट आयुश ने एक इलैक्ट्रिक स्कूटर पर बैठकर किया, जोकि खुद इसी स्टूडेंट के द्वारा बनाई गई। वहीं इसी के पीछे स्टूडेंट्स के द्वारा बनाई गई गो काट्र्स का प्रदर्शन किया गया। झांकी में सभी स्टूडेंट्स को इंजीनियरिंग टूल्स, वैलडिंग वेस्ट पाट्र्स से बनाया गया रोबोट भित्ती चित्र व प्रोग्रामिंग रोबोट का प्रयोग करते हुए दिखाया गया।
देश के प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया व स्किल इंडिया पहल का समर्थन करते हुए संस्थान स्टूडेंट्स को राष्ट्रीय निर्माण के उद्वेश्य के साथ बेहतर उद्यमी के रूप में तैयार करने के लिए कटिबद्ध है। इसका उद्वेश्य स्टूडेंट्स को क्लासरूम शिक्षा के साथ प्रैक्टिकल जानकारी प्रदान कर खुद एक बेहतर उद्योगी के रूप में तैयार करना है।
मानव रचना इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर नई सोच व खोजों को बढ़ावा देने व नई तकनीक के निर्माण के लिए हर संभव मदद व सहयोग स्टूडेंट्स को प्रदान करता है। इसी के तहत स्टूडेंट्स के द्वारा कई ख्याति प्राप्त प्रोजेक्ट का निर्माण अब तक किया जा चुका है। स्टूडेंट्स के द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप में हाईफाइन गेम्स, बुकशाला, टैक्नोप्लैनेट लैब प्राइवेट लिमिटेड, स्पाइरो स्टूडियोज व अन्य शामिल हैं। वहीं ख्याति प्राप्त प्रोजेक्टों में मेडिसन रिमाइंडर व्रिस्ट बैंड, क्वालकोप्टर, बैल्ट फोर पोस्चर करकैशन, स्मार्ट टूथब्रश आदि कुछ ऐसे प्रोजेक्ट शामिल है जिनको स्मार्टफोन से जोड़कर आसानी से प्रयोग किया जा सकता है। केवल यहीं नहीं कंस्यूमर ड्रिवन प्रोजेक्ट लाइन एक्टैंशन बोर्ड, आईआईटीएफ में सुरक्षित प्रवेश के लिए बायोमैट्रिक मशीन आदि भी मानव रचना के स्टूडेंट्स के द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट है। इससे पहले स्मार्ट बिन, पिक एंड प्लेस रोबोट, ट्रैक्टोरोबोट आदि प्रोजेक्ट भी सरहाना बटौर चुकै हैं।
मानव रचना इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर स्टूडेंट्स को अपनी सोच पर काम करने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करता है। 24 घंटे स्टूडेंट्स को सेंटर में रिसर्च व नई खोजें करने की सुविधा प्रदान की जाती है ताकि वह अपनी अलग सोच के साथ अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन करने के लिए राह प्राप्त कर सके।