मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
रोहतक, 31 जनवरी (नवीन गुप्ता): हरियाणा में जाट आंदोलन फिर शुरू हो गया हैं। जाट आरक्षण व अन्य मांगों को लेकर जाट संगठन एक बार फिर से आंदोलन करने वाले हैं। जाट नेता यशपाल मलिक की अगुवाई में राज्य के 19 जिलों में धरने का आयोजन किया गया है। धरना अभी तक शांतिपूर्ण चल रहा है। वहीं बुधवार को बसंत पंचमी के दिन आंदोलन की अगुवाई कर रहे अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक रोहतक पहुंचेंगे। आंदोलन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध कर रखे हैं। पुलिस व प्रशासन हाई अलर्ट पर है। रोहतक में जगह-जगह पुलिस नाके लगाए गए हैं। एहतियात बरतते हुए केंद्र ने अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां और भेज दी हैं, इससे पहले 37 कंपनियां राज्य में तैनात हैं।
जाट समाज ने 3 फरवरी से दिल्ली में धरने की तैयारी भी कर दी हैं। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के यशपाल मलिक गुट ने फैसला लिया है कि 3 फरवरी से दिल्ली में भी धरना दिया जाएगा। दिल्ली सरकार को इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है।
फरवरी में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान उपद्रव में आरोपियों ने जेलों में आंदोलन शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में सोमवार को एक बंदी की हालत बिगड़ गई। उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया था।
जाटों की हैं ये 6 मांगें:-
1- केन्द्र और राज्य में जाटों को आरक्षण दिया जाए।
2- फरवरी 2016 के आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवार वालों
और घायलों को मुआवजा दिया जाए। मारे गए लोगों के आश्रितों को नौकरी
दी जाए।
3- दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएं।
4- दोषी अफसरों पर कार्रवाई की जाए।
5-सांसद राजकुमार सैनी की स्पीच की जांच करने के बाद उनकी संसद से मेंबरशिप रद्द की जाए।
6- आंदोलन के दौरान जेल भेजे गए जाटों को रिहा किया जाए।