मैट्रो प्लस से मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 25 मार्च: हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने उद्योगपतियों को हरियाणा के विकास में अहम भूमिका निभाने का आहवान करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार उद्योगपतियों की सुविधा तथा उनकी मांग केअनुसार औद्योगिक नीति में बदलाव करने के लिए हर समय तैयार है। प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए उद्योगपतियों द्वारा दिए जाने वाले सकारात्मक सुझावों का सरकार द्वारा हमेशा स्वागत किया जाएगा।
विपुल गोयल स्थानीय सैक्टर-12 स्थित हुडा कनवेंशन हॉल के प्रांगण में पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री एवं एचएसआईआईडीसी के संयुक्त तत्वाधान में 24 से 28 मार्च 2017 तक चलने वाले हरियाणा इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो हाईटैक्स का विधिवत उद्वघाटन करने के बाद हरियाणा के विभिन्न जिलों से आए हुए उद्योगपतियों, विभाग केअधिकारियों, तकनीकी शिक्षा प्राप्त विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले पचास वर्षों के दौरान जहां केवल सात राष्ट्रीय राजमार्ग हरियाणा की सीमा को छूकर निकलते थे वहीं पिछले ढाई वर्षों के दौरान इनकी संख्या बढ़कर 15 तक पहुंच गई है।
उद्योग मंत्री ने हाल ही में गुरुग्राम में आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन को बेहद सफल करार देते हुए कहा कि हरियाणा में एक समय वह था जब यहां के लोग शिक्षा, रोजगार, कारोबार के लिए विदेशों में चले गए थे लेकिन वर्तमान सरकार के प्रयासों से विदेशों के 33 देशों में बसे हरियाणवी मूल के 1300 लोगों एवं उद्यमियों ने न केवल अपनी पैतृक भूमि से जुडऩे में रूचि दिखाई है बल्कि प्रदेश सरकार की नीतियों पर मोहर लगाते हुए 20,000 करोड़ के एमओयू भी किए हैं। जिससे समूचे हरियाणा का एक समान औद्योगिक विकास होगा। इन सभी लोगों ने विकास के दृष्टिकोण से अपन-अपने मूल गावों को भी गोद लिया है।
उन्होंने कहा कि इस समय हरियाणा में करीब 164 इंजीनियरिंग कॉलेज तथा 127 पोलीटैक्नीक कॉलेज सफलता पूर्वक चल रहे हैं। जहां विद्यार्थियों को उद्योगों की मांग के अनुसार कौशल विकास प्रशिक्षण देने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किए गए हैं।
इससे पहले उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव देवेंद्र सिंह ने हरियाणा के औद्योगिक विकास पर प्रस्तुति देते हुए कहा कि प्रदेश में नए उद्योग स्थापित करने वाले उद्योगपतियों को सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए 45 दिनों के भीतर अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया जाएगा। अगर कोई उद्योगपति औपचारिकता पूरी नहीं कर पाता है तब भी विभाग द्वारा 46 वें दिन उसे अस्थाई एनओसी जारी करके उद्योग स्थापित करने की दिशा में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है।
इस अवसर पर बोलते हुए एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक सुधीर राजपाल ने कहा कि स्वर्ण जयंती वर्ष में विभाग का यह पहला प्रयास है जिसने भारत ही नहीं विदेशों के कारोबारियों को भी एक मंच पर लाने का काम किया है। पहले ही आयोजन में कारोबारियों द्वारा दिखाई गई दिलचस्पी इस बात का सूचक है कि विदेशों में बसे लोग भी हरियाणा की औद्योगिक नीति का समर्थन कर रहे हैं। एचएसआईआईडीसी के स्वतंत्र निदेशक एवं लघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जैन ने कहा कि हरियाणा के विकास में लघु उद्यमियों की भूमिका को कभी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। वर्तमान सरकार द्वारा लघु उद्योगों के उत्थान के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई है। इससे पहले पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की हरियाणा कमेटी के को चेयरमैन सिद्धार्थ मोदी ने उद्योग मंत्री समेत आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए इस आयोजन के लिए हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया। चैंबर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल खेतान ने कहा कि सरकार की कुशल नीतियों के कारण गुरुग्राम इस समय जहां भारत की आईटी राजधानी बन गया है वहीं हरियाणा देश के कुल क्षेत्रफल का 1.3 फीसदी होने के बावजूद जीडीपी में चार प्रतिशत योगदान दे रहा है। कार्यक्रम के समापन अवसर पर पीएचडी चैंबर के महा-सचिव सौरव सान्याल ने आए हुए गणमान्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी पीएचडी की ओर से इस तरह के आयोजन किए जाएंगे।
इस अवसर पर जिला उपायुक्त समीर पाल सरो, हरियाणा खादी बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी गरिमा मित्तल, फरीदाबाद नगर-निगम के अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता, बल्लबगढ़ के एसडीएम अमरदीप जैन, फरीदाबाद नगर-निगम के उप-महापौर मनमोहन गर्ग, पीएचडी चैंबर की क्षेत्रीय निदेशक मधु पिल्ले, भाजपा नेता राजेश नागर, लघु उद्योग भारती के जिला अध्यक्ष अरूण बजाज, एफआईए के सचिव कर्नल शैलेंद्र कपूर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव खेमका, भारत विकास परिषद के जिला अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, एफआई, की कार्यकारिणी के सदस्य आरपी हंस के अलावा प्रख्यात उद्योगपति अजय जुनेजा, शम्मी कपूर, पीजेएस सरना, मनोज रूंगटा, सुभाष चंद्र समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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