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सरकार द्वारा बिजली बचाने के लिए कम बिजली की खपत करने वाले एसी बेचने की योजना

मैट्रो प्लस से ईशिका भाटिया की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 26 अप्रैल: सरकार ने कम बिजली खपत करने वाले 1,00,000 एसी खरीद लिए हैं। यह रेलवे स्टेशनए एटीएम आदि में लगाए जाएंगे। अभी कम बिजली खपत करने वाले एसी की कीमत ज्यादा है। इसलिए सरकार अभी ऐसे एसी जनता के लिए नहीं बेचेगी।सरकार बिजली बचाने के लिए कम बिजली की खपत करने वाले एसी बेचने की योजना बना रही है। इस योजना की सबसे खास बात यह होगी कि इसमे एसी ईएमआई पर दिए जाएंगे।
इसके अलावा सरकार जीरो डाउन पेमेंट पर यह एसी उपलब्ध करा सकती है। सरकार ने इस स्कीम के लिए 1,00,000 एसी भी खरीद लिए हैं। अभी कम बिजली खपत करने वाले एसी की कीमत ज्यादा है। इसलिए सरकार अभी ऐसे एसी जनता के लिए नहीं बेचेगी। एनर्जी इफिशएंसी सर्विसेज लिमिटेड ;ईईएसएलद्ध के मुताबिक अभी यह सिर्फ सरकारी ऑफिसों,एटीएम, रेलवे स्टेशन आदि पर लगाए जाएंगे।
विशेषज्ञों के मुताबिक अभी 5 स्टार रेटिंग वाले एसी की कीमत करीब 40,000 रुपये है। 2018 में इन्हें 30,000 रुपये से कम कीमत पर उपलब्ध कराने की योजना है। यह बिजली के बिल में 20 से 45 फीसदी तक की कमी लाएंगे। साथ ही एसी की कीमत भी करीब 30 फीसदी तक कम हो जाएगी। ईईएसएल यह एसी ब्लू स्टार डाइकिन और व्हर्लपूल जैसे ब्रांड्स से बनवाएगी। ईईएसएल के एमडी सौरभ कुमार के मुताबिक अभी बाजार में जो फाइव स्टार रेटिंग वाले एसी हैं वह 3-7 स्टार रेटिंग के बराबर बिजली की बचत करते हैं। सरकार चाहती है कि देश में 5-3 स्टार रेटिंग वाले एसी लगाए जाएं।
ऐसे एसी 40 फीसदी तक बिजली बचाते हैं। सितंबर तक इन एसी की सप्लाई की जाएगी। इसके बाद नई खरीद के लिए तैयारी की जाएगी। अगली खरीद कितने एसी की होगी। इस पर अभी विचार चल रहा है। क्योंकि कीमत कम होने का सबसे बड़ा कारण ज्यादा मात्रा में खरीदना भी है। एसी जितने ज्यादा खरीदे जाएंगे कीमत उतनी कम होगी। इसका सीधा फायदा जनता को मिलेगा।
शोरूम भी खोल सकती है। जब कोई इतना महंगा एसी खरीदेगा तो वह पहले एसी को देखना भी चाहेगा। ऐसे में शोरूम की व्यवस्था भी करनी पड़ सकती है। ईईएसएल के एमडी के मुताबिक एसी बेचने के सिस्टम में थोड़ा बदलाव किया जाएगा। केंद्र सरकार ने बिजली बचाने के लिए बल्ब और ट्यूबलाइट की जगह एलईडी बल्ब लगाने के लिए कहा था। सरकार ने इस फैसले के बाद एलईडी लाइट्स बेची भी थीं। अब तक सरकार 23 करोड़ एलईडी बल्ब बेच चुकी है। सरकार ने कम बिजली खपत करने वाले सात लाख पंखे और 13 लाख ट्यूबलाइट्स भी बेची हैं।


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