मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 29 जुलाई: फरीदाबाद के एमएसएमई को एचपी टेक्नोलॉजी द्वारा विकसित और केपीएमजी के समर्थन से निर्मित एक सुरक्षित और सस्ती जीएसटी समाधान पेश किया गया। होटल पार्क प्लाजा में डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और एफआईएसएमई द्वारा आयोजित इंटरैक्टिव सेमिनार में डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष जेपी मल्होत्रा ने कहा कि उद्यमियों के लाभ के लिए यह चौथा जीएसटी सेमिनार है। 1 जुलाई 2017 को शुरू किए गए जीएसटी गुड्स एंड सर्विस टैक्स को अच्छा और सरल कर के रूप में समझा जाना चाहिए। स्वतंत्रता के बाद से जीएसटी एक बड़ा आर्थिक कर सुधार है।
जीएसटी लागू होने से यह अनुमान लगाया गया है कि भारत के आंतरिक व्यापार का बड़े पैमाने पर विस्तार होगा। करों के प्रभाव को कम करने से विनिर्माण और निर्यात प्रतिस्पर्धी बढ़ेगी। आय की वृद्वि से राज्य सरकार के हाथों में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए अधिक संसाधन होंगे जोकि निरंतर समृद्वि के लिए आवश्यक हैं।
इस मौके पर जेपी मल्होत्रा ने कहा कि जीएसटी डेटा से एमएसएमई के दो प्रमुख समस्याओं का समाधान मिलेगा। पहला संपत्ति की कमी के कारण वित्त में अभाव और दूसरा भुगतान में लंबी देरी। इसके अलावा जीएसटी प्रणाली एक वित्तीय अनुशासन लागू करती है जोकि सभी को एक साथ लाती है।
सेमिनार में एचपी टेक्नोलॉजी के अंकुर शर्मा ने जीएसटी सॉल्यूशन के बारे में बताया। जीएसटी सॉल्यूशन हार्डवेयर सॉफ्टवेयर और कंसल्टेंसी का संयोजन है और दो साल की बैकअप सेवा के साथ है। उन्होंने बताया कि यह सॉल्यूशन लाखों व्यापारियों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों, एमएसएमई को जीएसटी में संक्रमण करने में मदद करेगा। जीएसटी सॉल्यूशन में उपयोगकर्ताओं को सुविधाजनक तरीके से नए कर मानदंडों के अनुसार अपने सभी ट्रांसैक्शन करने की सुविधा प्रदान करने की क्षमता है और बड़ी कंपनियों के इनवॉइस रीकन्सीलेषण की आवश्यकताओं को भी कम करता है।
सेमिनार में एफआईएसएमई के संयुक्त सचिव मुकेश कालरा ने डीएलएफ अध्यक्ष को सेमिनार के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी एक परिवर्तनीय व्यवसाय सुधार है। यह भारत में व्यापार करने की संरचना और गतिशीलता को प्रभावित करेगा और आंतरिक व्यापार बाधाओं को दूर करेगा।
सत्र का समापन करते हुए जेपी मल्होत्रा ने कहा कि जीएसटी एक बड़ा कदम है और इसके बारे में आशंका होना स्वाभाविक है। चुनौती यह है कि कैसे हम डर पर काबू पा सकते हैं और अवसरों का फायदा उठा सकते हैं। एक दूसरे के साथ ज्ञान बांटना समझदारी है। हालांकि नींव रख दी गयी है जीएसटी अब भी विकसित हो रहा है। जीएसटी नियमों और विनियमों में संशोधन परिवर्तन और स्पष्टीकरण नियमित रूप से होंगी।
डीएलएफ सचिव विजय राघवन ने वोट ऑफ थैंक्स देते हुए एचपी टेक्नोलॉजी, एफआईएसएमई, बी.के.बी प्रिंट्स, भारतीय वाल्व, बेल्ज, क्वालिओ, एटीएमवाई, बोन्साई, साई पैकेजिंग, कलर वाटिका, इन टाइम गारमेंट्स, न्यूमैन इंजीनियरिंग, इंडियन पैकेजिंग, रिकू रबर, एमवी प्रोसेसिंग, मितासो एप्लायंसेस, गुप्ता एक्जिम, एसके डाइंग, माइक्रोवल्ड हैफिट इंजीनियर्स, प्रेस्टो स्टैंटस्ट से आए 76 प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।