न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं मार के शिकार पुलिसकर्मी
मैट्रो प्लस से महेश गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 16 मार्च: एक तरफ तो फरीदाबाद पुलिस जनता की सुरक्षा करने के दावे करते नहीं थकती, वहीं दूसरी तरफ उसी फरीदाबाद पुलिस के अधिकारी अपने ही जवानों की सुरक्षा नहीं कर पा रही है। स्वयं पुलिस अधिकारी ही अपने अधीनस्थ काम करने वाले पुलिसकर्मियों को ही धूनने में लगे हैं और आला पुलिस अधिकारी हैं कि वो कुछ सुनने को ही तैयार नहीं हैं। ऐसा ही एक मामला हमें वेलफेयर विभाग में देखने को मिल रहा हैं जहां फरीदाबाद पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने अपने अधीनस्थ काम करने वाले पुलिसकर्मियों को ही नहीं बख्शा और उन्हें बुरी तरह डंडे से धून डाला।
जी हां, हम बात कर रहे हैं मिनी सचिवालय सैक्टर-12 स्थित फरीदाबाद पुलिस के वेलफेयर विभाग की जहां तैनात अंर्तराष्ट्रीय बॉक्सर रहे वेलफेयर इंस्पेक्टर जयभगवान ने अपने कार्यालय में तैनात अपने ही रीडर एएसआई महेश कुमार, ईएचसी आनंद तथा सिपाही सचिन को मां-बहन की गंदी-गंदी गालियां देते हुए कल शाम डंडों से बुरी तरह धून डाला। अगर विभाग में मौजूद अन्य पुलिसकर्मी बीच-बचाव नहीं करते तो इनके सिर फूट सकते थे। इस घटना में पुलिसकर्मियों को कई जगह चोटें आई हैं। पीडि़त पुलिसकर्मियों का कसूर इतना था कि वे किन्हीं कारणवश रात्रि गश्त नहीं कर पाए थे जिसके लिए उन्हें नोटिस मिला जोकि इन्होंने रिसीव भी कर लिया था।
इस घटना को लेकर पीडि़त पुलिसकर्मी वीरवार को ही पुलिस कमिश्रर से भी मिले थे जहां पुलिस आयुक्त ने उन्हें थाना सैंट्रल में कार्यवाही करवाने के लिए भेज तो दिया लेकिन वहां उनकी सुनने वाला कोई नहीं हैं। पीडि़त पुलिसकर्मियों की लिखित शिकायत के बाद भी थाना सैंट्रल पुलिस ने अभी तक इस मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया है। बीती रात इन्होंने बीके हास्पिटल में अपना मेडिकल करवाया और आज एक्स-रे।
पीडि़त पुलिसकर्मियों का आरोप है कि थाना सैंट्रल प्रभारी राजदीप सिंह मोर उनकी लिखित शिकायत पर कार्यवाही करने की बजाए उनपर मामले को समाप्त करने का दवाब बना रहे हैं।
इस मामले में जब थाना सैंट्रल प्रभारी राजदीप सिंह मोर तथा वेलफेयर इंस्पेक्टर जयभगवान से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे बात ना हो सकी।