मैट्रो प्लस से नेहा खन्ना कि रिपोर्ट
फरीदाबाद, 30 अप्रैल: गांव पाली में लगाए जाने वाले बूचडखाने को हटवाने के लिए गांव पाली मोहब्ताबाद सहित आस-पास के गांवों के सैंकड़ों लोग आप नेता एवं पाली क्रेशर जोन के प्रधान धर्मबीर भड़ाना के नेतृत्व में केन्द्रीय राज्यमंत्री से मिले और पाली मोहब्ताबाद से बूचडखाने को हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पाली मोहब्ताबाद हिन्दू आबादी वाले क्षेत्र हैं। इसलिए वहां पर बूचडखाना नहीं लगना चाहिए। क्योंकि यह हिन्दू धर्म के लोगों के साथ अन्याय होगा।
इस मौके पर उन्होंने केन्द्रीय राज्यमंत्री से मांग करी कि अगर बूचडखाना लगाना ही है तो मुस्लिम आबादी वाले गांव धौज या सिरोही में कहीं भी खुलवाया जा सकता है। मगर सरकार हिन्दू बाहूल्य आबादी वाले गांव में बूचडखाना लगाकर उनके धर्म के साथ खिलवाड़ करना चाहती है। जिसे वो कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस अवसर पर उनके साथ कांग्रेसी नेता इकराम खान भी मौजूद थे जिन्होंने केन्द्रीय राज्यमंत्री से स्वयं यह मांग की, कि इस बूचडखाने का वो सिरोही में लगाए जाने का स्वागत करते हैं और वो चाहते हैं कि इस बूचडखाने को गांव पाली से शिफ्ट कर सिरोही में खोला जाए। क्योंकि हमारा क्षेत्र काफी शांतिपूर्ण क्षेत्र रहा है और हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे को कायम रखना चाहते हैं। इस अवसर पर गांव पाली निवासी आजाद भड़ाना ने कहा कि धर्मबीर भड़ाना ने जो बूचडखाने को हटाने की मांग की है, वह पूरी तरह से उसका समर्थन करते हैं और केन्द्रीय राज्यमंत्री से मांग करते हैं, कि उनकी मांग को गंभीरता से लें। क्योंकि किसी की भी धार्मिक भावनाओं को आप ठेस नहीं पहुंचा सकते।
इस मौके पर केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने लोगों की भावनाओं का आदर करते हुए आए हुए लोगों को आश्वासन दिया कि बूचडखाना पाली में नहीं खुलेगा और इकराम खान की मांग पर इसको मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र धौज या सिरोही में कहीं खुलवाया जाएगा, जिससे किसी को आपत्ति न हो। इसके लिए वो केन्द्र में बात करेंगे और हर हालत में इसको यहां से शिफ्ट करवाकर रहेंगे।
इस मौके पर कर्नल राजेन्द्र, भारत चेयरमैन पप्पू, सरपंच मोहब्ताबाद, सुंदर सरपंच पाली, अखिल भड़ाना, होराम मास्टर, कन्हैया लाल, सरपंच पाखड़, सतेन्द्र भांखरी,नरेश मोहब्ताबाद, आजाद भड़ाना, इकराम खान, खडक सिंह, शरदा मेम्बर, रघवर प्रधान, जसबीर चेयरमैन, सूका ठेकेदार, जितेन्द्र भड़ाना सहित सैंकड़ों लोग मौजूद थे।