मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 16 अगस्त: सैक्टर-65 बाईपास रोड़ स्थित आशा ज्योति विद्यापीठ में स्वतंत्रता दिवस समारोह स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर स्कूल के चेयरमैन सत्यवीर डागर मुख्य अतिथि तथा स्कूल की प्राचार्य विधु ग्रोवर समारोह अध्यक्ष के रूप में उपस्थित थे। इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि जहां यह आयोजन पूरी तरह से छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित किया गया था। वहीं इससे भी बड़ा रोचक तथ्य यह रहा कि स्कूल के छात्र-छात्राओं ने उन देश के अमर शहीदों के जीवन के विषय में विस्तृत जानकारी बांटी जिनको बहुत कम लोग जानते हैं। स्कूली बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए।
इस मौके पर बच्चों को संबोधित करते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर सत्यवीर डागर ने कहा कि जिस प्रकार से बच्चों ने लीक से हटकर इस समारोह का आयोजन किया है। उनको यह संतुष्टि है कि उन्होंने जिस उद्वेश्य को लेकर इस संस्था की नींव डाली थी उसमें वह काफी हद तक सफल रहे हैं। इसके लिए उन्होंने छात्र छात्राओं के अभिभावकों एवं स्कूल के स्टॉफ को बधाई देते हुए कहा कि जिस प्रकार से बच्चों ने उन शहीदों को याद किया है जिनको वह भी नहीं जानते थे इसके लिए बच्चे बधाई के पात्र हैं।
इस समारोह में स्कूल की प्राचार्य विधु ग्रोवर ने कहा की आजादी का सही मायने में मतलब यह है कि हम अपने विचारों कि अभिव्यक्ती स्वतंत्र रूप से कर सके। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस आयोजित करने की पूरी जिम्मेदारी स्कूल के छात्र-छात्राओं को सौंपी थी और जिस प्रकार से उन्होंने तिरंगे के मान-सम्मान के साथ हमारी इस मातृभूमि पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले अमर शहीदों को याद किया है वह अपने आप में अद्वितीय है। बच्चों का यह आह्वान कि उनको भी अमर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों की भांति दूसरों के लिए जीवन जीने की प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सही मायने में हमको मिली आजादी उस समय सार्थक होगी जब हम अपने आप को उन सामाजिक तथा रोजाना हमारे जीवन में आने वाले ऐसे मुद्दों पर आजाद करेंगे जो एक दूसरे के लिए जरूरी है। चाहे फिर वह ट्रैफिक रूल पालन ना करने की गुलामी हो, आस-पास सफाई रखने की गुलामी हो, एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश करने की गुलामी हो। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि देश पर अपने प्राण न्योछावर कर हम को आजादी दिलाने वाले शहीदों के प्रयास कभी पूरी तरह से सार्थक होंगे, जब हम इस प्रकार की सभी बुराइयों को छोड़कर उन सभी बुराईयों से आजाद होकर देश के नवनिर्माण में सहायक बनेंगे।