मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 29 अगस्त: छोटी सी उम्र में लग गया रोग, कहते है लोग, मैं मर जाऊंगी, मैं मर जाऊंगी। एक गाने की यह पंक्तियां शहर की उभरती हुई युवा मॉडल एवं स्मार्ट गर्ल ऋतु लखीना पर एकदम सटीक बैठती है। फर्क सिर्फ इतना है कि इस छोटी से उम्र में उसको रोग प्यार का नही लगा बल्कि सबसे कम उम्र में मिस यूनिवर्स बनने का रोग लगा है। जिसके लिए कि वो लगातार दर-पे-दर सीढिय़ां चढ़ती भी जा रही है। चार महीने के मॉडलिंग करियर में अलग-अलग वर्गों में सुंदरता के चार खिताब जीतने वाली ऋतु लखीना छोटी सी उम्र में अब विश्व के मानचित्र पर अपना जलवा बिखरने की तैयारी में है। इस कड़ी में ऋतु ने हाल देशभर की 40 से अधिक मॉडल्स को पीछे छोड़ते हुए मिस टूरिज्म इंडिया एंबेसडर इंटरनेशनल-2018 का खिताब अपने नाम किया है। यह खिताब ऋतु को बैंगलुरु के सिल्वर स्टार होटल में हुई प्रतियोगिता में मिला था। ऋतु अब सितंबर-अक्टूबर में मलेशिया में होने वाले मिस टूरिज्म एंबेसडर इंटरनेशनल 2018 में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करेंगी जिसके लिए उनका चयन हो गया है। सेक्टर-8 में रहने वाली ऋतु लखीना का दावा है कि मलेशिया में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली वह सबसे कम उम्र की प्रतिभागी होंगी।
काबिलेगौर रहे कि 18 जुलाई को ही 16 साल की हुई ऋतु लखीना 15 साल की उम्र में चार खिताब जीत कर शहर का नाम रोशन कर चुकी है। ऋतु इससे पहले मिस हरियाणा इंडिया-2018, मिस टीन इंटरनेशनल इंडिया एलीट-2018 और एफटी मिस इंडिया खिताब अपने नाम कर चुकी हैं और हाल ही में मिस टूरिज्म एंबेसडर इंडिया इंटरनेशनल 2018 का खिताब जीता है।
मजेदार बात तो यह कि लखीना ने मॉडलिंग का प्रशिक्षण भी किसी ने नहीं लिया था। उसने सिर्फ आईने के सामने प्रैकिटस कर-कर के यह मुकाम हासिल किया है। लखीना चाहती है कि वह सबसे कम उम्र में मिस यूनिवर्स बन कर देश का गौरव बढ़ाएं। लखीना विभिन्न प्रतियोगिताओं में अलग-अलग क्षेत्र में दिए जाने वाले फैशन आइकन इंडिया 2018, मोस्ट जनरेस इंडिया 2018, मिस ब्यूटिफुल बॉडी इंडिया 2018, मिस फैशन आइकन इंटरनेशनल 2018 जैसे खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं।
ऋतु लखीना का दावा है कि उन्होंने यंग क्वीन ऑफ वल्र्ड बनकर लिम्का बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्डस में अपना नाम दर्ज कराया है। लखीना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सोच से काफी प्रभावित हैं। उनका मानना है कि देश में समानता का अधिकार होना चाहिए। जहां लड़का-लड़की में कोई फर्क न हो, जात-पात में विश्वास न हो। लखीना के पिता दलीप कुमार और माता आशा लखीना अपनी स्मार्ट बेटी की इस उपलब्धि को लेकर काफी उत्साहित व खुश हैं।
काबिलेगौर रहे कि ऋतु लखीना जहां कबड्डी व खो-खो की एक अच्छी प्लेयर हैं वहीं डांस में भी उसे महारत हासिल है।