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SDM राजेश प्रजापति को महंगा पड़ सकता है उद्योग मंत्री के विरोध में काली पट्टी बांधना

एचसीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने नहीं किया था काली पटटी बांधने का कोई आहन!
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
चंडीगढ़/फरीदाबाद, 4 अक्टूबर: हरियाणा के कद्दावर उद्योग मंत्री विपुल गोयल के खासमखास कहे जाने वाले बल्लबगढ़ के एसडीएम राजेश प्रजापति द्वारा ही काली पट्टी बांध मंत्री महोदय का विरोध जताना जिले के राजनेताओं तथा अधिकारियों में चर्चा का विषय बना हुआ है। मंत्री के विरोध में काली पट्टी बांधना SDM राजेश को महंगा पड़ सकता है। हालांकि चर्चा तो ये है कि काली पट्टी एसडीएम महोदय ने HCS ऑफिसर्स एसोसिएशन के आह्वान पर बांधी थी, लेकिन जिस तरह से काली पट्टी पहने उनकी फोटो वायरल हुई उससे कही ना कहीं एसडीएम महोदय की पोजीशन मंत्री दरबार में खराब हुई बताई जा रही है और उनकी SDM की पोस्टिंग पर तलवार लटक गई है। वहीं दुसरी तरफ एचसीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने भी काली पट्टी बांधने के इस तरह के किसी आहन से इंकार कर एसडीएम महोदय की मुश्किलें बड़ा दी हैं।
काबिलेगौर रहे कि कनीना (नारनौल) के एसडीएम संदीप सिंह के निलंबन के विरोध में उद्योग मंत्री विपुल गोयल का विरोध जताते हुए एसडीएम बल्लबगढ राजेश प्रजापति ने बुधवार को अपने कार्यालय में काली पट्टी बांधकर काम किया था। वैसे तो फरीदाबाद प्रदेश के उद्योग मंत्री विपुल गोयल का गृह जिला होने के कारण कोई भी अधिकारी इस मामले में खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है बावजूद इसके उन्हीं के खेमे के कहे जाने वाले एसडीएम बल्लबगढ़ राजेश कुमार ने काली पट्टी बांधकर अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मारने का काम किया है। काली पट्टी बांधकर काम करने के बारे में जब बल्लभगढ़ के एसडीएम राजेश कुमार से पूछने के लिए जब उनको फोन किया गया तो उनसे बात नही हो सकी। जबकि हुडा के इस्टेट ऑफिसर अमरदीप जैन का इस बार में कहना था कि काली पट्टी लगाने की कॉल एचसीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन की तरफ से थी।
ध्यान रहे कि प्रदेश के उद्योग मंत्री विपुल गोयल के खिलाफ अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर करने पर प्रदेश सरकार ने कनीना के एसडीएम संदीप सिंह को सोमवार को निलंबित कर दिया था। उनके निलंबन के विरोध में हरियाणा सिविल सेवा (HCS) के अधिकारियों ने बुधवार को विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध कर कार्य करने की घोषणा की थी। वैसे तो दबी जुबान में सभी अधिकारी इस बात को मान रहे हैं कि उन्होंने काली पट्टी बांधी, लेकिन इस मामले में खुलकर कोई भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। जिले में किसी भी एचसीएस अधिकारी की हिम्मत नही है कि वो मंत्री महोदय से सीधे पंगा ले लें।

HCS ऑफिसर्स एसोसिएशन का नहीं था काली पट्टी लगाने का फैसला:-
हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) के अधिकारियों की एचसीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रधान यशपाल यादव का कहना है कि उनकी एसोसिएशन ने कनीना के एसडीएम संदीप सिंह के निलंबन के खिलाफ और उद्योग मंत्री विपुल गोयल के विरोध में काली पट्टी बांधने का कोई प्रस्ताव ना तो पास किया और ना ही इस संबंध में कोई आहन किया है। हां, इतना जरूर है कि उनकी जानकारी में सारा मामला आया है और उन्होंने इस मामले में निलंबन के आदेशों में उसकी वजह जानने के बाद ही इस बारे में कोई फैसला लेने की बात कही थी क्योंकि निलंबन के आदेशों की कॉपी उन्हें अभी नहीं मिली है। चूंकि फिलहाल वो अमेरिका में हैं, इसलिए उन्होंने कहा था कि इस बारे में वे वापिस आकर ही कोई फैसला लेंगे।
तो फिर काली पटटी एचसीएस अधिकारियों ने क्यों लगाई, इस पर उनका कहना था कि हरियाणा के एचसीएस अधिकारियों का एक व्हाट्सअप ग्रुप बना हुआ है। उसी पर किसी अधिकारी ने शायद इस संबंध में कुछ लिख दिया होगा जिसके चलते एचसीएस अधिकारियों ने काली पट्टी लगाई। इस फैसले से एचसीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन का कोई लेना-देना नहीं है।
यशपाल यादव से जब यह पूछा गया कि क्या कनीना के एसडीएम संदीप सिंह के 20 सितम्बर को छुट्टी पर थे या नहीं तो इस पर उनका कहना था कि उनकी जानकारी में जो बात है उसके मुताबिक संदीप सिंह ने 20 सितंबर की छुट्टी के लिए जिला उपायुक्त को ई-मेल तो की थी पर उनकी ये छुट्टी सरकारी तौर पर अप्रुव/पास नहीं थी।


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