सोनिया शर्मा/जस्प्रीत कौर
नई दिल्ली/फरीदाबाद,12 फरवरी: यूनाइटेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के चेयरमैन टीसी गुप्ता से हरियाणा भवन में मिला और बोर्ड द्वारा 455 स्कूलों के 3125 विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम रद्द न करने के लिए अनुरोध किया। बकौल प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सतीश फौगाट बोर्ड ने मार्च-2014 की मैट्रिक वार्षिक परीक्षा का उन विद्यार्थियों का रोक लिया था। जो बाहर के राज्यों के थे तथा माइग्रोटिड थे। ये विद्यार्थी 9वीं कक्षा में वहां से पास करके 10वीं में यहां हरियाणा बोर्ड के स्कूलों में दाखिल हुए थे। बाद में बोर्ड ने इन विद्याथियों को नियमित न मानते हुए, हरियाणा ओपन स्कूल के तहत प्राइवेट विद्यार्थी के तौर पर माना। नियमित व प्राइवेट विद्यार्थी की फीस का अन्तर भी स्कूल संचालकों, प्रधानाचार्या से एक अण्डरटेंकिग के साथ जमा कराया। परिणाम घोषित हुआ, अकंतालिका मिली परिणाम मुताबिक उत्तीर्ण विद्यार्थियों ने अगली कक्षा में दाखिला लिया, जबकि अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों ने आगामी अक्टूबर-2014 की परीक्षा के लिए आवेदन किया। लेकिन अब बोर्ड द्वारा इन उपरोक्त विद्यार्थियों का परिणाम रद्व किया जा रहा है। इससे बहुत से छात्र/छात्राओं के तीन वर्ष नष्ट हो जाएंगे। मानसिक आघात व आत्महत्या जैसी समस्या पैदा होगी। यूपी व बिहार तथा अन्य राज्यों से आने वालों को हिन्दुस्तान देश के हरियाणा प्रदेश में सौतेला सा व्यवहार महसूस होगा। प्रदेश में अराजकता की स्थिति पैदा हो सकती है।
यूनाइटेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के वरिष्ठ उप-प्रधान एवं जिला प्रवक्ता सतीश फौगाट ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार व प्रशासन उनकी बात पर गौर फरमाते हुए छात्र हित में सही फैसला लेगा। इस मौके पर अन्य एसोसिएशन सदस्य अजय यादव, चतुर्वेदी शर्मा, अशोक यादव, रमेशपाल, नरेश, डा०दिनेश भारद्वाज, बिमल पाल, राकेश शर्मा, संजय, प्रदीप नागर, सुनील अधाना आदि मौजूद थे।