मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 5 नवंबर: समस्या के समाधान के लिये किये गये प्रयास हमें न केवल चुनौतियों से जूझना सिखाते हैं बल्कि हमारी मानसिक क्षमता का विकास भी करते हैं जिससे नई सोच, अनुसंधान, प्रबंधन तथा साकारात्मकता का माहौल बनता है। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने यहां टैक्रोलॉजी एंड पर्सनैल्टी डेवलपमैंट सैंटर द्वारा आयोजित क्रिएटीविटी एंड इनोवेशन विषय पर आयोजित एक ट्रेनिंग प्रोग्राम का आरंभ करते हुए कहा कि समस्या एक चलते सिस्टम में आना स्वाभाविक प्रक्रिया है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
ब्रिटिश ऑयल कम्पनी, कलर्क द्वारा मैल्टिंग रियाल्स के क्षेत्र में नये अनुसंधान तथा लाभ की ओर बढऩे का उदाहरण देते हुए श्री मल्होत्रा ने कहा कि कलर्क रिलायंस इंडस्ट्री के धीरूभाई अम्बानी थे जिनकी क्रिएटीविटी व इनोवेटिव सोच आज सभी के लिये एक प्रेरणा है।
कार्यक्रम की कोच सुश्री चारू स्मिता मल्होत्रा ने सीपीएस फ्रेम वर्क, माईंड मैपिंग, फिश बोन डायाग्राम जैसे विषयों तथा सिक्स थिंकिंग हैट्स के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक हैट वास्तव में एक अलग स्टाईल व सोच की सूचक है।
ट्रेनिंग कार्यक्रम में सैनल्यूब सिस्टम, डीएवी इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट, जीनस अप्रैलस, टैकमसेह, इकोकैट इंडिया, एडरायड कंट्रोल, भारतीय बाल्वस, सांई सिक्योरिटी, उसाका इंडस्ट्रीयल कम्पोनैंट के प्रतिनिधि शामिल हुए।
ट्रेनिंग प्रोग्राम में क्रिएटीविटी व इनोवेशन के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई कि किस प्रकार नये विचारों के साथ प्रक्रिया को बेहतर बनाया जा सकता है। इस अवसर पर प्रतिभागियों द्वारा पूछे गये प्रश्रों का उत्तर भी दिया गया और बताया गया कि जब हम लीक से हटकर सुधार का प्रयास करते हैं तो समस्याएं भी आती हैं परंतु इस प्रक्रिया के बाद जो परिणाम आते हैं वह वास्तव में काफी साकारात्मक रहते हैं।