मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
दिल्ली, 24 नवम्बर: 71वें वार्षिक निरंकारी संत समागम स्थल समालखा में निरंकारी सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने माता सविंद्र के जीवन को समर्पित निंरकारी प्रदर्शनी का उद्वघाटन अपने कर कमलों द्वारा किया। इस प्रदर्शनी के चार भाग हैं-निरंकारी प्रदर्शनी, बाल प्रदर्शनी, स्वास्थ्य प्रदर्शनी व सन्त निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन प्रदर्शनी। इस वर्ष निरंकारी प्रर्दशनी का मुख्य भाव मां सविंद्र एक रोशन सफर है।
प्रर्दशनी में माता सविंद्र के सहज, दिव्य व समर्पित गुणों को उजागर किया गया है। प्रदर्शनी में उनके जीवन के भिन्न-भिन्न पहलू फोटो, चित्रों तथा कट-आउट द्वारा दिखाए गए हैं।
उद्वघाटन समारोह में निरंकारी बाल कलाकारों ने अपने भावों को माडलों तथा एनिमेशन द्वारा प्रदर्शित किया। स्वास्थ्य प्रदर्शनी में स्वस्थ जीवन को जीने का ढंग बताया गया है। स्वस्थ जीवन से ही भक्ति संभव है। निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन द्वारा किए गए समाजिक कार्यों को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
इस मौके पर सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने कहा कि भक्त की भक्ति उम्र व स्थान की मोहताज नहीं होती। भक्त हर अवस्था में एक रस रहता है। किसी तरह की विषम परिस्थितियां उसे प्रभावित नहीं करती। समागम के मुख्य भाव मां सविंद्र-एक रोशन सफर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भक्त का किरदार रोशन मीनार की तरह होता है और उसका हर कर्म मानवता को समर्पित रहता है।