मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 25 दिसंबर: शहर में दिनों-दिन क्राईम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। आलम यह है कि अब लोगों को न्याय देने वाले जजों के परिवार और उनकी सम्पति भी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसा ही एक वाक्या यहां एनआईटी इंडस्ट्रियल एरिया में देखने को मिला जहां शहर के एक नामी-गिरामी फाईनेंसर कंवर बैजू ठाकुर सारन ने अपने एक साथी दिनेश शर्मा के साथ मिलकर शहर के एक उद्योगपति दिनेश अनेजा की फैक्ट्री में जबरन घुसकर कब्जा कर लिया और वहां रखा सामान भी चोरी कर ले गए। मजेदार बात तो यह है कि सारन गांव निवासी कंवर बैजू ठाकुर एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने के लिए जहां चुनाव की तैयारी कर रहा हैं वहीं जिस उद्योगपति की फैक्ट्री पर इन्होंने कब्जा किया है वो और कोई नहीं बल्कि एक सेशन जज का सगा भाई तथा रिटायर्ड सेशन जज आर.डी. अनेजा का बेटा है और सैक्टर-14 में ही रहता है। बावजूद इसके जिस दबंगई से बैजू ठाकुर ने दिनेश अनेजा की फैक्ट्री में घुसकर जबरन कब्जा किया है उसने शहर की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। पुलिस ने इस मामले में पीडि़त उद्योगपति दिनेश अनेजा की शिकायत पर कुंवर बैजू ठाकुर (शिकायत में नाम बृजेश ठाकुर है और बैजू ठाकुर का मोबाईल नंबर है) तथा दिनेश शर्मा आदि के खिलाफ दिनेश अनेजा की फैक्टरी में जबरन घुसकर सामान चोरी कर कब्जा के आरोपों के चलते आईपीसी एक्ट की धारा 452, 379, 448 व 34 जैसी गैर-जमानती धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद कुंवर बैजू ठाकुर के विधायक बनने के सपने पर भी ग्रहण लग सकता है। वहीं यह भी पता चला है कि इस मामले में अभी आईपीसी एक्ट की कुछ धाराएं लगना बाकी है जोकि पुलिस आरोपियों की मिलीभगत से नहीं लगाई हैं।
पीडि़त उद्योगपति दिनेश अनेजा ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि वह अनेजा स्टील के नाम से एनआईटी इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर-22ए में अपना बिजनेस चलाता था। इस प्लॉट की पोजिशन उन्होंने कपिल मलिक से ली थी जोकि वहां विक्ट्री इंजिनियरिंग वक्र्स के नाम से सन 1999 से अपनी कंपनी चलाता था। सन 2006 में उन्होंने विक्ट्री इंजिनियरिंग वक्र्स के शेयर खरीदकर प्लॉट का मालिकाना हक ले लिया था। तब से ही इस प्लॉट पर वे अपनी पोजिशन लेकर काम कर रहे थे जिसके बिजली के बिल तथा ईएसआई जमा करने के दस्तावेज भी उनके पास हैं। अनेजा का कहना है कि इस बीच प्लॉट पर अशोक शर्मा बनाम कपिल मलिक टाईटल से एक केस चल रहा था जिसका फैसला भी अदालत के 15-05-2018 के आदेशों के तहत उनके (दिनेश अनेजा) में हो गया।
पीडि़त दिनेश अनेजा का कहना है कि इसके बाद नवम्बर महीने में उन्हें पता चला कि कुछ गुंडे, भू-माफिया, चोर तथा अपराधिक तत्व जिनको कि कुंवर बैजू ठाकुर (शिकायत में नाम बृजेश ठाकुर है और बैजू ठाकुर का मोबाईल नंबर है) लीड करता है, उनकी प्रोपर्टी को कब्जा करना चाहते हैं। इसकी शिकायत उनके बेटे ने एसएचओ मुजेसर को की जिस पर एसएचओ ने आश्वासन दिया कि ऐसा कुछ नही होगा, चिंता मत करो। फिर भी उन्होंने इस मामले की ऑनलाईन शिकायत 23-11-2018 को पुलिस में कर दी। अनेजा का कहना है कि उनकी शिकायत करने के बाद उक्त चोरों के गैंग तथा अपराधिक तत्वों ने गैर-कानूनी रूप से गत शनिवार-रविवार की रात (22-23 दिसंबर की रात) को उनकी कंपनी में घुसकर वहां जबरन कब्जा कर लिया। जबकि उस समय उनका कर्मचारी सुरेश भी वहां मौजूद था। ये लोग गैर-कानूनी रूप से कंपनी पर कब्जा करके उन्होंने वहां से उनके सभी कम्प्यूटर, बिल बुक्स, हार्ड डिस्क्स, जीएसटी चालान रजिस्ट्रर, कंपनी के सभी लेजर रिकार्डस, वाऊचर, बिजली बिल, हाऊस टैक्स बिल जोकि उन्होंने जमा करा रखे थे, को चोरी कर ले गए।
पीडि़त अनेजा का कहना है कि उन्हें पता चला है कि ये लोग गैंग आपरेट करते हैं, झुठे व जाली दस्तावेज तैयार करते हैं जिनके बलबुते पर ये थर्ड पार्टी बनकर विवादास्पद प्रोपर्टी को कोर्ट के माध्यम से स्टे लेकर प्रोपर्टी मालिक से सौदेबाजी करते हैं। ऐसा ही कुछ तरीका इन लोगों ने उमेश झंवर के साथ भी अपनाकर उनकी कंपनी पर कब्जा कर लिया जोकि अपना बिजनेस करते हैं। अनेजा ने अपनी उक्त शिकायत में उपरोक्त अपराधिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की थी जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
इस मामले में जब आरोपी कुंवर बैजू ठाकुर (शिकायत में नाम बृजेश ठाकुर) से सम्पर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा तो उनसे बात ना हो सकी।
अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस अब आगे क्या कार्यवाही अमल में लाती है। -क्रमश: