– केन्द्रीय मंत्री व विधायक ने वरिष्ठ समाजसेवी ज्योति छाबड़ा को पंजाबी रत्न से नवाजा
– कृष्णपाल गुर्जर ने पंजाबी सेवा समिति को 11 लाख रूपये देने की घोषणा की
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
बल्लभगढ़, 12 जनवरी: सुंदर-मुंदरिए, दुल्हा भट्टी वाला की गूंज और संगीत की स्वर लहरियों के बीच पंजाबी सेवा समिति बल्लभगढ़ की ओर से चावला कॉलोनी स्थित गुरूद्वारा चौक के पास लोहड़ी मिलन समारोह का आयोजन किया गया। समिति की ओर से मंच संचालन पंजाबी रत्न से सुशोभित धर्मेंद्र आर्य व समिति के महासचिव ज्योति छाबड़ा ने किया। इस लोहड़ी मिलन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर थे, जबकि विशिष्ट अतिथियों में विधायक मूलचंद शर्मा, बडख़ल की विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा एवं अन्य अतिथियों में समिति के संगरक्षक पूर्व उप-महापौर बसंत विरमानी, पंजाबी रत्न से सुशोभीत धर्मेंद्र आर्य, पद्मश्री डॉ अरुणिमा सिन्हा प्रमुख रूप मौजूद थे। इस समारोह की अध्यक्षता समिति के संगरक्षक बसंत विरमानी ने की।
समारोह में सर्वप्रथम भारत से राष्ट्रीय स्तर की पूर्व बालीबाल खिलाड़ी तथा एवरेस्ट शिखर पर चढऩे वाली पहली भारतीय दिव्यांग पद्मश्री डॉ अरुणिमा सिन्हा को समिति के पदाधिकारियों ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर अरुणिमा सिन्हा ने अपने अनुभव सांझा कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिये। उन्होंने समारोह में मौजूद सभी को लोहड़ी पर्व की बधाई भी दी।
समारोह के मुख्यअतिथि और विशिष्ठ अतिथियों को समिति के प्रधान प्रेम खट्टर एवं सभी संगरक्षकों एवं अन्य पदाधिकारियों ने फूलों के बुक्के देकर उनका स्वागत किया। इस समारोह में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नन्हें मुन्हें बच्चों ने पेश किए। समिति की महिला शक्तियों ने भी खुशी के गीत गये जिन्हें समारोह में मौजूद सभी ने लोगों ने सराहा।
इस अवसर पर मुख्यअतिथि केंद्रीय मंत्री कृ ष्णपाल गुर्जर ने समारोह में मौजूद लोगों को लोहड़ी और मकर संक्रांति की बधाई देते हुए कहा कि हमारे पर्व, त्यौहार, मेले आपसी भाईचारा बनाए रखने एवं प्यार की भावना पैदा करने में अहम योगदान अदा करते हैं। इसलिए ऐसे पर्व मिलजुल कर मनाने चाहिए। श्री गूर्जर ने कहा कि समिति ने लोहड़ी मिलन का आयोजन कर हर बार की तरह एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि समिति के सभी आयोजक बधाई के पात्र हैं।
इस मौके पर समाजसेवा में तत्पर रहने वाले, बिरादरी को एकता के सूत्र में बांधने वाले एवं पैरा स्पोटर््स को राष्ट्रीय/अतंरराष्ट्रीय स्तर पर अमूल्य योगदान देने में समिति के महासचिव व वरिष्ठ समाजसेवी ज्योति छाबड़ा को केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गूर्जर व विधायक मूलचंद शर्मा ने समिति की ओर से शाल ओड़कर व स्मृति चिन्ह देकर पंजाबी रत्न से नवाजा और उन्हें बधाई दी।
इस अवसर पर समिति के आयोजकों द्वारा पंजाबी धर्मशाला की जमीन की मांग पर श्री गूर्जर ने कहा कि पंजाबी सेवा समिति को सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सस्ती दरों पर जमीन मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि वे इस बारे में जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत कर उचित कार्यवाही करेंगे।
इस मौके पर श्री गुर्जर ने समिति द्वारा समाजहित में किये जा रहे कार्यों को देखकर अपने सांसद कोष से 11 लाख रूपये देने की भी घोषणा की। श्री गूर्जर ने समारोह में मौजूद विधायक मूलचन्द शर्मा को समिति के लिए जल्द ही जमीन को चिन्हित करने की जिम्मेवारी भी सौंपी।
समारोह में विधायक मूलचंद शर्मा ने समिति के पदाधिकारियों व मंत्री को आश्वासन दिलाया कि जल्द से जल्द पंजाबी धर्मशाला की जमीन को ढूंढ लिया जाएगा। इस पर पंजाबी धर्मशाला का निर्माण करवाया जाएगा।
समारोह में विधायक मूलचंद शर्मा और श्रीमती सीमा त्रिखा ने संयुक्त रूप से सभी को लोहड़ी और मकर संक्रांति की बधाई दी।
इस अवसर पर पंजाबी सेवा समिति के प्रधान प्रेम खट्टर ने समारोह में आए सभी अतिथियों का धन्यवाद कर उन्हें स्मृति चिन्ह् भेंट भी किए। इसके बाद लोहड़ी पूजन कर उसे जलाया गया।
इस मौके पर पार्षद दीपक चौधरी, समिति के पदाधिकारियों में पंजाबी रत्न से सुशोभित सोहनलाल कथूरिया, समिति के चेयरमैन श्यामलाल छाबड़ा, संगरक्षक बंसत विरमानी, प्रधान प्रेम खट्टर, महासचिव ज्योति छाबड़ा, वेद प्रकाश सपरा, रोशनलाल डुडेजा, वीरेंद्र मनचंदा, राकेश विरमानी, संजय खट्टर, अशोक सेठी, नन्दलाल कालड़ा, विजय आर्य, दयानंद विरमानी, संजय विरमानी, विजय विरमानी, सुरेंद्र हंस, रमेश चंद छाबड़ा, संतराम मल्होत्रा, मुखी दीपक, अशोक हंस, दीपक बोहरा, वेद देशराज हंस, प्रकाश बत्तरा (पप्पू) हरीश कालड़ा, विरेंद्र मनचंदा सहित समिति की महिला शक्ति से अंजू छाबड़ा, शोभा हंस, गीता हंस, इन्दू खट्टर, भरती खट्टर, मंजू हंस, किरण अरोड़ा सहित अनेकों सदस्य व समाज के कई गणमान्य लोग विशेष तौर पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम की खास बात यह रही कि समारोह के सम्पन्न होने पर रात्रि भोज में बचा हुआ सारा भोजन सामान इत्यादि को समिति की और दिल्ली की एनजीओ को दिया गया।