मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 4 फरवरी: फरीदाबाद जिला जिस तरह से एजुकेशन हब बन चुका है वैसे ही बडख़ल विधानसभा क्षेत्र अवैध निर्माण, अवैध कब्जों व अतिक्रमण का हब बनता जा रहा है। एनआईटी फरीदाबाद में एन.एच.-1, 2, 3 व 5 में जहां देखो तहां अवैध निर्माण, अवैध कब्जे व अतिक्रमण नजर आएगें। इन क्षेत्रों में बड़े-बड़े फ्लेक्स बोर्डों, हरे रंग के जाल/नेट तथा लोहे की चद्दरों की ओट में जगह-जगह अवैध फ्लैट, कॉमर्शियल कॉम्पलैक्स बनते कभी भी देखे जा सकते हैं। अकेले एन.एच.-5 में के.सी. सिनेमा रोड़ पर रोड़ पर हाल-फिलहाल 7 अवैध निर्माण चल रहे हैं जिनमें से ज्यादातर की बेसमेंट के लेंटर भी डाल दिए गए हैं।
गौरतलब रहे कि के.सी. सिनेमा रोड़ पर शनिवार, 2 फरवरी को नगर निगम के तोडफ़ोड़ दस्ते ने निगमायुक्त के आदेशों पर जिस के.सी. सिनेमा वाले अलाटी भूखंड पर अवैध रूप से बन रहे मैरिज गार्डन को जेसीबी से ध्वस्त किया था, उसी के.सी. सिनेमा रोड़ पर कई अवैध निर्माण कॉमर्शियल कॉम्पलैक्स के रूप में बनते अभी भी देखे जा सकते हैं। मजेदार बात तो यह है कि शनिवार को नगर निगम ने के.सी. सिनेमा पर बन रहे अवैध मैरिज गार्डन को तोड़ा है, ठीक उसके सामने आईस प्लांट के बराबर में खुलेआम धड़ाधड़ हो रहे अवैध निर्माण को की तरफ नजर मारना भी ठीक नहीं समझा, तोडऩा तो दूर की बात है। यह अवैध निर्माण किसी मलिक नामक व्यक्ति का बताया जा रहा है, जिसकी बताते है कि निगम के अधिकारियों से गहरी सांठ-गांठ है।
हालांकि लगातार सी हो रही तोडफ़ोड़ के बाद बडख़ल विधानसभा क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों पर तोडफ़ोड़ के डर के काले बादल मंडराने लगे हैं। लेकिन फिर भी अवैध निर्माणकर्ताओं के हौंसले बुलंद हैं। आरोप है कि चूज एंड पिक के आधार पर यह तोडफ़ोड़ निगमायुक्त के आदेशों से चंद निगम अधिकारियों द्वारा अपना मकसद पूरा करने के लिए करवाई जा रही है। वैसे जो निगमायुक्त अपना कार्यभार संभालने के बाद तोडफ़ोड़ विभाग के चार अधिकारियों/कर्मचारियों को सस्पेंड कर चुकी है लेकिन बताते है कि सस्पेंड होने वाले अधिकारी भी वो थे जो स्वयं तो माल ढकार जाते थे लेकिन अपने बड़े अधिकारियों को हवा भी नहीं लगने देते थे, जिसका खामियाजा उन्हें सस्पेंड होकर भुगतना पड़ा। वैसे भी सस्पेंड होना इन अधिकारियों के लिए कोई नई बात नहीं है।
गौरतलब रहे है कि नगर निगम क्षेत्र में अवैध निर्माण का कार्य एक बड़े व्यवसाय के रूप में पनप रहा है। जिस वजह से निगम को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से करोड़ों रूपये के राजस्व का नुकसान हो रहा हैं वहीं इस अवैध निर्माण के धंधे को शह देकर निगम अधिकारी अपनी-अपनी तिजोरियां दिन-प्रतिदिन भरने में लगे हुए हैं। निगम क्षेत्र में चंद ऐसे ठेकेदारों का गिरोह सक्रिय है या कहिए बोलबाला है जोकि अवैध निर्माण करने के लिए निगम अधिकारियों से अपनी सैटिंग के चलते प्लॉट मालिक से मुंहमांगे दाम वसूलते है। इन ठेकेदारों की गारंटी होती है कि जिस प्लॉट पर वो निर्माण करेंगे उस पर निगम का तोडफ़ोड़ दस्ता अपनी दृष्टि/नजर नहीं मारेगा।
देखिए हम दिखाते हैं आपको एन.एच.-5 में के.सी. सिनेमा रोड़ पर रोड़ पर हाल-फिलहाल हो रहे 7 अवैध निर्माणों की एक हल्कर सी झलक।
अवैध निर्माण न.-1
के.सी. सिनेमा के ठीक सामने आईस प्लांट के बराबर में होता वह अवैध निर्माण जिसकी कि बेसमेंट सहित दो छत डाली जा चुकी हैं। किसी मलिक नामक व्यक्ति का बताया जा रहा है यह अवैध निर्माण।
अवैध निर्माण न.-2
एनआईटी जोन के पुलिस उपायुक्त (DCP) NIT के कार्यालय के पास व वीवो मोबाईल सर्विस स्टेशन के बराबर में लोहे की हरी चद्दरों के ओट में होता है वह अवैध जिसकी बेसमेंट की छत डाली जा चुकी है। बाहर सिक्योरिटी गार्ड भी बैठा हुआ है।
अवैध निर्माण न.-3
के.सी.सिनेमा रोड़ पर स्थित ब्लू हेवन गेस्ट हाऊस की दूसरी मंजिल पर होता अवैध निर्माण जहां दूसरी मंजिल की छत डालने के लिए कॉलम खड़े किए जा चुके हैं।
अवैध निर्माण न.-4
के.सी.सिनेमा रोड़ पर ही स्थित बांगा गेस्ट हाऊस की दूसरी मंजिल पर हुआ अवैध निर्माण जहां दूसरी मंजिल की छत डाला जा चुकी है।
अवैध निर्माण न.-5
के.सी.सिनेमा रोड़ पर नीले शटर के पीछे होता अवैध निर्माण, जहां बेेसमेंट बनाई जा रही है।
अवैध निर्माण न.-6
के.सी.सिनेमा रोड़ पर VIVO मोबाईल शोरूम के बराबर में 5के/114 में लाल चद्दरों के पीछे के पीछे किसी मुंजाल नामक व्यक्ति द्वारा निगम अधिकारियों की मिलीभगत से किया जा रहा अवैध निर्माण, जहां भी कि बेेसमेंट बनाई जा रही है।
अवैध निर्माण न.-7
एनआईटी जोन के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) एनआईटी के कार्यालय के पास व पंजाबी नेचर रेस्टोरेंट के बिल्कुल बराबर में पहली मंजिल पर हुआ अवैध निर्माण जहां पीली पुताई कर इस अवैध निर्माण को छिपाने का प्रयास किया जा रहा है। ये आईडिया भी निगम अधिकारियों द्वारा दिया जाता है ताकि निर्माण नया नहीं बल्कि पुराना लगे।
इनके अलावा एन.एच.-5 के मेन मार्किट में 5सी/101 में अवैध रूप से शापिंग कॉम्पलेक्स तथा 5ई/68 में अवैध रूप से बहुमंजिला ईमारत बनाई जा रही है। ये तो उदाहण मात्र है।
गौरतलब रहे कि निगमायुक्त अनिता यादव द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ की जा रही कार्यवाही के चलते अवैध निर्माणों में संलिप्तता के चलते अब चार अधिकारियों/कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका हैं। वहीं अब यह देखना है कि इनअवैध निर्माणों के लिए किस अधिकारी को दोषी मानते हुए उस पर निगमायुक्त की गाज गिरती है। – क्रमश: