मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 19 मार्च:मानव रचना यूनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षांत समारोह के मौके पर 386 छात्रों को डिग्री दी गई। इस मौके पर अपने कोर्स के दौरान टॉपर और बेहतरीन कार्य करने वाले छात्रों को अलग-अलग मेडल्स से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पद्म भूषण डॉ० डीआर मेहता ने बतौर मुख्य अथिति और फिल्म डॉयरेक्टर राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने सम्मानीय अतिथि हिस्सा लिया।
इन छात्रों को दिए गए विशेष मेडल:
-संरक्षक मेडल: याशिका हसीजा सीएसई
-अध्यक्ष मेडल: आउटस्टैंडिंग अचीवर्स अवॉर्ड रिसर्च और प्रोफेशनल एंड टेक्निकल डेवलप्मेंट: अकांक्षा अहूजा सीएसटी
-उपाध्यक्ष मेडल: निशु गोयल बीटेक आईटी
-वीसी मेडल: प्रियंका तेवतिया बीएससी केमिस्ट्री
-स्टूडेंट लीडरशिप मेडल: देवेश पोपली इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशंस
-आउटस्टैंडिंग अचीवर्स अवॉर्ड: (कम्यूनिटी सर्विसेस)- दिवांशू गोयल सीएसई
-अकादमिक प्रवीणता मेडल: प्रियंका अरोड़ा (एमएससी), निलांजन बिधूड़ी बीटेक, सीएसई शिवम शाह, (बीटेक ईसीई) सार्थक शर्मा, (बीटेक आईटी) निखिल अरोड़ा, (बीटेक एमईं)
इस मौके पर पद्म भूषण डॉ० डीआर मेहता ने छात्रों के साथ अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा कि यह छात्रों के कठिन परिश्रम का नतीजा है कि वह आज डिग्री लेने में कामयाब हो पाए हैं। उन्होंने कहा मुसीबत से दूर नहीं भागना चाहिए बल्कि उसका सामना करना चाहिए।
डॉयरेक्टर राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने अपने कॉलेज के दिनों को याद किया। उन्होंने कहा कि हमारे समय में इस तरह के आयोजन नहीं किए जाते थे, बल्कि उनकी डिग्री डाक के जरिए घर आती थी या फिर एडमिन डिपार्टमेंट से कलेक्ट करनी पड़ती थी, लेकिन आजकल के छात्र सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें डिग्री दीक्षांत समारोह के जरिए दी जाती है। उन्होंने छात्रों से कहा कि वह सपनें देखें क्योंकि सपने देखेंगे तभी तो उड़ान भर सकेंगे।
कार्यक्रम में मानव रचना यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह संस्करण प्रतिबिंब भी जारी किया गया। इसके अलावा मानव रचना यूनिवर्सिटी की ओर से राकेश ओम प्रकाश मेहरा और दायसाकू एकेदा उनकी गैर मौजूदगी में को दर्शनशास्त्र में मानद डॉक्टरेट डिग्री से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की मुख्य संरक्षक सत्या भल्ला, अध्यक्ष डॉ० प्रशांत भल्ला, मानव रचना यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ० आईके भट्ट, ट्रस्टी डॉ० एमएम कथूरिया, एमआरआई आईआरएस के वीसी डॉ० संजय श्रीवास्तव और मानव रचना के डीजी डॉ० एनसी वाधवा समेत कई सम्मानीय लोग मौजूद रहे।