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…अब कांग्रेस नेता भड़ाना मागेंगे बसपा उम्मीदवार के लिए वोट?

मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
– करतार भड़ाना हुए बसपा के शरणागत, मुरैना लोकसभा से लड़ेगे चुनाव
– अवतार सिंह भड़ाना ने नहीं खोले अपने पत्ते
फरीदाबाद, 18 अप्रैल: सत्तासुख पाने की चाह में दल बदलने में माहिर एवं जगजाहिर भड़ाना बंधुओं में से एक करतार सिंह भड़ाना ने अब देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचने के लिए हाथी पर सवार हो बसपा की शरण ली है। हरियाणा में मंत्री रह चुके 8वीं कक्षा पास करतार भड़ाना को बसपा ने दस्यु क्षेत्र के नाम से विश्वविख्यात मुरैना लोकसभा क्षेत्र (मध्य प्रदेश) से भाजपा उम्मीदवार नरेन्द्र सिंह तोमर तथा कांग्रेस प्रत्याशी रामसिंह रावत के खिलाफ अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले बसपा ने मुरैना से डॉ० रामलखन कुशवाहा को मुरैना से अपना उम्मीदवार बनाया हुआ था, लेकिन करतार भड़ाना के बसपा में आने के बाद पार्टी ने वहां से अपना उम्मीदवार बदलकर करतार भड़ाना को अपना उम्मीदवार बना दिया। पार्टी के इस फैसले से बसपा कार्यकर्ताओं में भारी रोष व्याप्त है। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना था कि जब बाहर का ही प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारना है तो फिर डॉ० रामलखन कुशवाहा को पहले टिकट क्यों दी थी। सुत्रों के मुताबिक करतार भड़ाना 22 अप्रैल को मुरैना लोकसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
काबिलेगौर रहे कि करतार सिंह भड़ाना टिकट के लिए दल बदलने में महारत हासिल कर चुके पूर्व सांसद अवतार भड़ाना के बड़े भाई हैं। दोनों ही भाई फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट मांग रहे थे, लेकिन कांग्रेस की टिकट कट जाने पर जहां करतार सिंह भड़ाना ने बसपा की शरण लेकर मुरैना से लोकसभा की टिकट कब्जा ली है वहीं अवतार सिंह भड़ाना ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं। अवतार भड़ाना के जजपा-आप गठबंधन में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। शायद यही कारण है कि जजपा-आप गठबंधन ने फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है जबकि भाजपा, कांग्रेस, बसपा व इनेलो यहां से अपने उम्मीदवारों को ऐलान कर चुकी है।
गौरतलब रहे कि करतार भड़ाना के पुत्र मनमोहन भड़ाना भी कांग्रेस में हैं जिन्होंने कि गत् 3 मार्च को फरीदाबाद में कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला की बड़ी रैली भी आयोजित की थी। समाचार लिखे जाने तक मनमोहन भड़ाना ने कांग्रेस नहीं छोड़ी थी। देखना है कि वो कांग्रेसी नेता के तौर पर फरीदाबाद लोकसभा से उम्मीदवार ललित नागर के लिए चुनाव प्रचार करेंगे या फिर मुरैना जाकर अपने पिताश्री करतार भड़ाना के लिए वोट मांगकर वहां के कांग्रेस प्रत्याशी राम सिंह रावत के खिलाफ अपना बिगुल बजाएंगे।

 

 

 

 

 


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