नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 21 अप्रैल: परशुराम जी प्रतीक है पराक्रम के एवम् परशुराम पर्याय है सत्य सनातन के, इस प्रकार परशुराम का अर्थ हुआ पराक्रम के कारक और सत्य के धारक परशुराम में भगवान शिव समाहित हैं और परशुराम में भगवान विष्णु। ये विचार समाजसेवी एवं सीए प्रदीप महापात्रा ने बतौर मुख्य अतिथि खाण्डल विप्र सभा द्वारा एनएच-5 के गोविन्द भवन में आयोजित भगवान परशुराम जी की जयंती पर व्यक्त किए। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम में खाण्डल विप्र सभा के युवा अध्यक्ष विमल खंडेलवाल ने माला पहनाकर प्रदीप महापात्रा का स्वागत किया तथा सभी विप्र बंधुओं को परशुराम जयंती की शुभकामनाएं दी।
अध्यक्ष मधुसूदन माटोलिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान परशुराम जी के विचारो को अपने जीवन में अवतरित करे। उन्होंने कहा कि विप्र समाज की युवा पीढ़ी अपने पथ से भटक रही है आज उनको सही दिशा की आवश्यकता है। समाज की बुराईयों को दूर कर सही मार्गदर्शन करें यही ब्राह्मण का धर्म रहा है।
इस मौके पर समाज के प्रभुत्व लोगों में गोपाल वशिष्ठ, पूर्व अध्यक्ष भंवर लाल शर्मा, उपाध्यक्ष नथमल शर्मा, कन्हैया लाल खण्डेलवाल, कोषाध्यक्ष हरीराम शर्मा, महासचिव रवि शर्मा, युवा अध्यक्ष विमल खंडेलवाल, प्रमोद चोटिया, कमल सेवदा, कमल रिणवा, एवं समस्त कार्यकारिणी सदस्य मौजूद थे।