Metro Plus से Jaspreet Kaur की रिपोर्ट
Faridabad News, 16 सितम्बर: मानव सेवा समिति द्वारा हनुमंत कथा का आयोजन बहुत धूमधाम से किया जा रहा है। श्री हनुमंत कथा के 5वें दिन कथा व्यास कृष्णा स्वामी महाराज ने बताया कि हनुमान के हृदय में सदैव पुरूषोत्तम श्री राम का वास रहता है। अत: हनुमान की पूजा अर्चना करने से श्री राम जी की भी आराधना हो जाती है। हनुमान सभी के रखवाले हैं। तभी कहा गया है, कि साधु संत के तुम रखवारे असुर निकंदन राम दुलारे भूत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे।
इस मौके पर आए हुए भक्तजनों को श्री राम, हनुमान मिलन हनुमान जी द्वारा लंका यात्रा सीता जी से भेंट व लंका दहन की कथा सुनाई गई। कथा व्यास ने अपने प्रवचन में कहा कि जब हम सभी के भले की सोचते हैं। सच्चे मन व लगन से श्री हनुमान जी से जुड़े रहते हैं। तभी हमारा कल्याण होता है और मानव जीवन सफल होता है। लेकिन जब हमारे मन में छल, कपट, ईष्र्या, अहंकार आदि विकारों का वास हो जाता है तो फिर की गई कोई भी पूजा अर्चना सार्थक नहीं होती है। कथा-प्रसंग के दौरान राम, लक्ष्मण, हनुमान की सुंदर झांकी का दर्शन कराया गया।
इस अवसर पर स्वामी जी ने मानव सेवा समिति द्वारा जनहित में चलाए जा रहे सेवा कार्य जैसे धर्मार्थ डिस्पेंसरी, स्कूल, सामूहिक विवाह, आईआईटी कोचिंग, सिलाई कढ़ाई केंद्र आदि की सफलता के लिए अपना आशीर्वाद देते हुए दानी सज्जनों व समाज सेवियों से अपील की कि वे इन कार्यों के लिए समिति की हर संभव से आर्थिक मदद करें।
कथा से पहले मानव कल्याण के लिए की जाने वाली नवग्रह पूजा अर्चना में वी.एस.चौधरी एवं श्री सुरेन्द्र बंसल ने सपरिवार भाग लिया। इन सभी का और विशिष्ट अतिथि के रूप में कथा में शामिल हुए समाजसेवी रमेश गुप्ता, अजय गौड़, टी.पी. महेशवरी, सुनील अग्रवाल, हरीश मित्तल व देवेन्द्र स्वामी का व्यास के द्वारा स्मृति चिन्ह व सम्मान पट्टिका देकर सम्मान कराया गया। कथा के सफल आयोजन में समिति की महिला सेल की सभी सदस्य व नीलकंठ महादेव मंदिर प्रबंध समिति के सभी पदाधिकारी तन-मन-धन से सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
यह कथा 18 सितंबर तक जारी रहेगी 19 सितंबर को हवन, यज्ञ व भंडारा होगा।
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