Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 8 नवम्बर: ग्रेंड कोलम्बस इंटरनेशनल स्कूल में अंर्तविद्यालय खेल समारोह का आरम्भ हुआ जिसमें वॉलीबाल तथा ताईक्वांडो प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस खेल प्रतियोगिता में फरीदाबाद शहर के लगभग 30 स्कूलों ने वॉलीबॉल में तथा 18 स्कूलों ने ताईक्वांडो में भाग लिया। स्कूल प्रांगण में इन दोनों प्रतियोगिताओं का शुभारंभ एफआईए के प्रधान बी.आर. भाटिया के कर कमलों से हुआ।
इस अवसर पर विद्यालय के निर्देशक सुरेश चंद्र तथा डिवाईन पब्लिक स्कूल एवं एचपीएससी के प्रदेश अध्यक्ष एस.एस.गोसार्इं ने अपनी उपस्थिति दिखाकर उत्सव की शोभा को चार चांद लगाते हुए कहा कि जहां खेल हमारे शरीर को हृष्ट-पुष्ट बनाते हैं वहीं दूसरी तरफ खेलों द्वारा मन भी तरो ताजा रहता है और आज कल के प्रगतिशील युग में खेल हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन चुके हैं।
इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या दीपिका शर्मा ने खेल उत्सव आरम्भ करने का ऐलान किया। पहले दिन में खिलाड़ी अपने पूर्ण जोश तथा उत्साह के साथ खेल के मैदान में उतरे तथा विभिन्न मैचों में प्रतिभागी बने। खिलाडिय़ों ने खेल के मैदान में अत्यंत उत्साह के साथ प्रदर्शन किया तथा विभिन्न स्कूलों ने विभिन्न वर्गों में विजय प्राप्त की जिसके परिणाम इस प्रकार रहे:-
ताईक्वांडो प्रतियोगिता में ग्रेंड कोलम्बस इंटरनेशनल स्कूल ने 28 गोल्ड, मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल ने 2 गोल्ड, सीनियर श्रीराम मॉडल स्कूल ने 2 गोल्ड, कुन्दन ग्रीन वैली ने 1 गोल्ड, बालाजी तथा सेंट जॉसफ ने 1-1 गोल्ड प्राप्त किया। अर्तविद्यालय ट्रॉफी का विजेता ग्रेंड कोलम्बस इंटरनेशनल स्कूल रहा तथा मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल द्वितीय स्थान पर और सीनियर श्रीराम मॉडल स्कूल तृतीय स्थान पर रहा।
वॉलीबाल मैच श्रृंखला में सतयुग दर्शन स्कूल प्रथम स्थान पर रहा। द्वितीय स्थान पर ग्रेंड कोलम्बस इंटरनेशनल स्कूल तथा तृतीय स्थान पर डी.ए.वी. स्कूल सैक्टर-49 रहा।
इस मौके पर ग्रेंड कोलम्बस इंटरनेशनल स्कूलके निर्देशक सुरेश चंद्र ने अन्य स्कूलों की विजेता टीमों को हार्दिक बधाई दी तथा विजेताओं को मैडल और ट्रॉफियों से सम्मानित किया गया।
समापन दिवस के मुख्य अतिथि एमसीएफ के चीफ इंजीनियर डी.आर.भास्कर, खेल विभाग के एईओ हरबीर सिंह तथा बुद्धिराजा ेथे।
इस अवसर पर सभी मेहमानों ने सम्पूर्ण समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे खेल समारोह विद्यालय में होते रहने चाहिए। इससे युवा पीढ़ी में स्वास्थ्य और स्फूर्ति बनी रहेगी क्योंकि आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता यही है।