मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 24 दिसम्बर: फूड एंड सप्लाई विभाग द्वारा अधिकृत किए गए डिपो होल्डर्स की मनमानी के चलते लोगों को राशन मिलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ज्यादातर डिपो पर लोगों को समय पर पूरा राशन नहीं मिल पा रहा है। हालांकि ऐसी शिकायतों के चलते विभाग द्वारा पिछले सप्ताह दो-तीन डिपो कैंसिल भी किए गए हैं। वो बात अलग है कि इसके पीछे विभागीय अधिकारियों की धींगामस्ती/रिश्वतखोरी की बात बताई जा रही है।
अब हम बात करते हैं बड़्खल विधानसभा क्षेत्र के अंर्तगत एनआईटी फरीदाबाद में बसी गांधी कालोनी और कुष्ठ कालोनी की। जानकारी के मुताबिक यहां करीब 1942 राशनकार्ड होल्डर्स है जिनमें एपीएल, बीपीएल, ओपीएच तथा एवाई चार कैटेगरी के राशन कार्ड हैं। एक डिपो होल्डर्स के मुताबिक विभागीय नियमों के मुताबिक एक डिपो होल्डर के अंर्तगत कम से कम 600 राशन कार्डधारक होने चाहिए। बकौल एएफएसओ इस क्षेत्र में रमेशचन्द्र, सतीश कुमार, कुलदीप सिंह, राकेश कुमार, पंकज शर्मा तथा आकाश नामक छ: डिपो होल्डर्स हैं। इनमें से कुलदीप सिंह के पास लाईसैंस तो है लेकिन वो एक्टिव नहीं हैं मतलब फिलहाल काम नहीं कर रहा है।
वैसे तो इन डिपो होल्डर्स का काम इन 1942 राशनकार्ड धारकों को सरकार से आने वाला राशन मुहैया कराना है। लेकिन इनमें से ज्यादातर डिपो होल्डर्स इन राशनकार्ड धारकों को ना तो पूरा राशन देते हैं और ना ही समय पर देते है जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते गत् 10 दिसम्बर को गांधी कालोनी के लोगों ने राशन ना मिलने से परेशान होकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कालोनी के मेन रोड़ पर प्रदर्शन किया था। इन प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर महिलाएं थी जिनका कहना था कि डिपो होल्डर अगराम उन्हें ना तो पूरा राशन देता है और थोड़ा बहुत देता है वो भी उन्हें समय पर नहीं मिलता है। शिकायत करने पर अगराम उनसे बद्तमीजी से बात कर गाली-गलौच करते हुए उन्हें कहीं भी शिकायत करने की धमकी तक देता हैं।
वहीं इन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आकाश नामक एक डिपो होल्डर से समय पर पूरा राशन मिलने की बात कहते हुए उस पर अपनी संतुष्टि जाहिर की। साथ ही इन महिलाओं ने अपना राशनकार्ड अगराम की बजाए आकाश डिपो होल्डर के यहां ट्रांसफर करने की बात भी कही। इस मामले में सुंदरी देवी सहित पूजा, राधा, नूर जहां, निशा, राजवती, दर्जनों लोगों ने अपने हस्ताक्षर कर मुख्यमंत्री को सीएम विंडो द्वारा अपनी शिकायत भी दर्ज करवाई है।
जब मैट्रो प्लस संवाददाता ने इन महिलाओं से पूछा कि उक्त दोनों कालोनियों में जो डिपो होल्डर है जिनमें से अगराम तो कोई नहीं है तो इस पर उन्होंने खुलासा किया कि जो यहां सतीश कुमार डिपो होल्डर है उसके बेटे का नाम अगराम है जिसका फतेहपुर चंदीला में राशन डिपो है। वही अगराम फतेहपुर चंदीला की बजाए यहीं पर अपना तथा अपने पिता सतीश दोनों का डिपो चलाता है। यानि दोनों बाप-बेटे की राशन डिपो की मशीन अगराम ही चलाता है।
वहीं एक बात ओर खुलकर सामने आई है कि फूड एंड सप्लाई विभाग के अधिकारियों ने इन्हीं दोनों कालोनियों में राकेश कुमार तथा पंकज शर्मा के नाम से जो दो राशन डिपो अलॉट कर रखे हैं दिए हैं उनके बारे में यहां के लोगों को कोई जानकारी ही नहीं है। पता चला है है कि इनमें से जो राकेश कुमार के नाम से डिपो होल्डर बनाया गया है उसके भाई मुकेश कुमार के नाम से इनका संतनगर में भी राशन डिपो है। और स्वयं राकेश कुमार नौकरी करता है। कायदे के मुताबिक जो राशन डिपो अलॉट किया जाता है वो बेरोजगार व्यक्ति को किया जाता है, नौकरीपेशा को नहीं। बाकायदा अलॉटी से विभाग द्वारा बेरोजगार होने का एक एफीडेवट/शपथ पत्र भी लिया जाता है।
कुल मिलाकर गरीबों को सस्ते दामों पर राशन मुुहैया कराने और करवाने वाले दोनों के ही द्वारा गरीब राशन कार्डधारकों के हकों पर डाका डालकर सरकार की योजनाओं पर पानी फेरा जा रहा है। वहीं एक ही परिवार में अलग-अलग नामों से राशन डिपो अलॉट की विभागीय कर्मचारी अपनी तिजोरियां भरने में लगे हुए
काबिलेगौर रहे कि सरकार ने गरीब लोगों को सस्ते दरों पर राशन मुहैया कराने के लिए डिपो होल्डर्स को अधिकृत कर रखा है। ये डिपो होल्डर्स सरकार से आने वाले राशन को अपने-अपने क्षेत्र के राशन कार्ड होल्डर्स को वितरित करते हैं।