मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की स्पेशल रिपोर्ट
फरीदाबाद, 2 मार्च: नगर निगम फरीदाबाद के इंफोर्समेंट विभाग की तोडफ़ोड़ कार्यवाही उस समय धरी की धरी रह गई जब उनका पीला पंजा तोडफ़ोड़ में फेल हो गया और टीम का तोडफ़ोड़ की बजाए सीलिंंग की कार्यवाही करनी पड़ी।
जी हां, हम बात कर रहे हैं एनआईटी के एनएच-3सी/168 में बन रही उस अवैध कॉमर्शियल बिल्डिंग की जहां कि आज निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग के आदेश पर तोडफ़ोड़ की कार्यवाही को अंजाम दिया गया।
ध्यान रहे कि इस बिल्डिंग को को बनने देने की एवज में एक एचसीएस स्तर के अधिकारी पर अप्रत्यक्ष रूप से 10 लाख रूपये लेने के आरोप लग रहे थे। इस संदर्भ में मैट्रो प्लस में खबर प्रकाशित होने के बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग ने जहां आरोपित जेई महेन्द्र रावत को शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया था वहीं आज इस अवैध इमारत पर तोडफ़ोड़ की कार्यवाही करा दी।
निगम कमिश्रर के आदेश पर नगर निगम का तोडफ़ोड़ दस्ता आज एनआईटी के एनएच-3सी/168 में जेई सुमेर सिंह की अगुवाई में इस अवैध इमारत को तोडऩे पहुंच गया। जेसीबी ने तोडफ़ोड़ करते हुए जब इसके पिलर को गिराना चाहा तो काफी मशक्कत के बद भी पिलर नहीं टूट पाया क्योंकि वो ज्यादा मजबूत निकला।
इस पर जेई सुमेर सिंह ने फिर तोडफ़ोड़ की बजाए इस बिल्डिंग को फिलहाल सील करवाकर निगमायुक्त के आदेशों को सिरे चढ़ा दिया।