मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट
फरीदाबाद, 24 मार्च: फरीदाबाद में कोरोना की एकमात्र ही संदिग्ध महिला मरीज हैं जिसका टेस्ट पोजोटिव आया, इसके अलावा शहर में कोई दूसरा कोरोना का मरीज नहीं हैं जिसका टेस्ट पोजोटिव आया हो। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में कोरोना के जो मरीज होने की बातें सामने आ रही हैं, वे मात्र अफवाह हैं। इन अफवाहों का सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं हैं।
यहां हम आपको यह बात भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि शहर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में विदेशों से आए विभिन्न लोगों के घरों के बाहर COVID-19 को लेकर खतरा-Danger करके Do Not Visit, Home Under होम अंडर Quarantine आदि के जो पोस्टर सूचना रूपी लगाए जा रहे हैं, वो एहतियात बरतने के लिए लगाए जा रहे हैं ताकि आम लोगों को किसी प्रकार की जाने-अनजाने में परेशानी ना हो। ये पोस्टर/नोटिस उन लोगों के घरों के बाहर लगाए जा रहे हैं जो किसी ना किसी देश की यात्रा करके आए हैं। ये वो लोग है जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं फिर भी आम जनता के स्वास्थ्य के मद्देनजर उनको एक निश्चित पीरियड/समय तक एकांत में रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस बात की पुष्टि मैट्रो प्लस को जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने भी की है। साथ ही डीसी यशपाल यादव ने लोगों से अपील की है कि वो लॉक डाऊन के आदेशों की पालना करते हुए घरों में ही रहकर इस कोरोना नामक संक्रमण फैलाने वाली बीमारी से लडऩे में शासन-प्रशासन का सहयोग करें तथा बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही घर से राशन-दवाई लेने के लिए बाहर निकलें। इसलिए आम जनता को भी चाहिए कि वो इन मामलों में ना तो खुउ भ्रम में रहे और ना ही किसी ओर को भ्रम में डालकर शहर में तनाव की स्थिति पैदा करे।
वहीं दूसरी तरफ फरीदाबाद में कोरोना को देख रहे उप-सिविल सर्जन एवं जिला नोडल अधिकारी डॉ० रामभगत के मुताबिक फरीदाबाद जिले में अब तक विदेश से आए 488 यात्रियों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है, जिनमें से 42 लोगों का निगरानी में रखने का 28 दिन का पीरियड पूरा हो चुका है। शेष 446 लोग अंडर सर्विलांस हैं। कुुल सर्विलांस में रखे गए लोगों में से 487 होम आइसोलेशन पर है तथा एक संदिग्ध पॉजिटिव महिला को अस्पताल में दाखिल किया गया है। अब तक 26 लोगों के सैंपल लैब में भेजे गए थे, जिनमें से 12 की नेगेटिव रिपोर्ट मिली है तथा 13 की रिपोर्ट आनी शेष है।
डॉ० रामभगत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए जिला में सरकारी व निजी अस्पतालों में 12 आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं, जिनमें 194 बेड की क्षमता की गई है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के संदिग्ध व कंफर्म मामलों के परिवहन के लिए सभी सुविधाओं से युक्त दो एम्बुलेंस तैयार की गई हैं। जिला स्तर पर सभी मेडिकल और पैरा-मेडिकल स्टॉफ को कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसी प्रकार पर्यावरण स्वच्छता और शुद्धीकरण के बारे में सरकारी व निजी विभागों के कर्मचारियों को दैनिक आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण की पृष्ठभूमि को देखते हुए आम जनता को सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी हिदायतों की अनुपालना करने की सलाह दी जाती है। लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि वे खांसी व छींकते समय रूमाल या तौलिया का उपयोग अवश्य करें, हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोते रहें। जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। सार्वजनिक स्थलों व सभाओं में जाने से बचें। जिन लोगों ने हाल ही में कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा की है, उन्हें राष्ट्रीय, राज्य या जिला हेल्पलाइन नंबरों पर सूचना देनी चाहिए, उन्हें भारत में आगमन की तारीख से 28 दिनों के लिए सभी से अलग रहना है और किसी से भी स्पर्श करने से बचना है, भले ही उसमें कोई लक्षण न हों।