मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 30 अप्रैल: शहर के चंद नामचीन प्राईवेट स्कूलों द्वारा स्कूल फीस के नाम पर सरकारी आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इसका खामियाजा उन स्कूलों को भी बेवजह भुगतना पड़ रहा है जोकि कोरोना के चलते आर्थिक मंदी के इस दौर में अभिभावकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।
सरकारी आदेशों की अवेहलना करने वाले ऐसे ही एक प्राईवेट स्कूल का नाम हाल ही में सामने आया है जिसको लेकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने उस स्कूल को नोटिस जारी कर उससे दो दिन के भीतर-भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। देश के प्रमुख शिक्षण संस्थान डीएवी सोसायटी के अंर्तगत चलने वाले शहर के इस नामी-गिरामी डीएवी पब्लिक स्कूल सैक्टर-14 द्वारा सरकारी आदेशों की उल्लंघना करके जिस प्रकार से अभिभावकों से ट्यूशन फीस बढ़ाने के साथ-साथ दूसरे खर्चो के रूप में भी पैसे मांगे हैं, उससे अभिभावकों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा सा भर गया है।
ध्यान रहे कि सरकार द्वारा 23 अप्रैल के आदेशों व गाईडलाईंस में स्पष्ट तौर पर कहा हुआ है कि प्राईवेट स्कूल कोविड-19 के चलते ना तो स्कूल की ट्यूशन फीस बढ़ाकर लेंगे या जबरन मागेंगे और ना ही अन्य किसी फंड के रूप में उनसे पैसे मागेंगे। बावजूद इसके डीएवी पब्लिक स्कूल सैक्टर-14 द्वारा जहां अभिभावकों से पिछली साल की अपेक्षा बढ़ाकर फीस मांगी जा रही है, वहीं उनसे अन्य फंड के नाम पर नोटिस देकर पैसे मांगे जा रहे हैं जोकि सरकार के आदेशों की खुली उल्लंघना हैं।
इसी को लेकर शहर के एक जागरूक अभिभावक विनीत गोयल ने इस मामले की शिकायत सीबीएसई व शिक्षा विभाग हरियाणा के सम्बंधित अधिकारियों सहित मुख्यमंत्री हरियाणा, डीसी फरीदाबाद आदि को भेजकर इस मामले में उचित कार्यवाही करने की मांग की है।
पीडि़त अभिभावक विनीत गोयल की फीस बढ़ोतरी आदि की इस शिकायत पर कार्यवाही करते हुए फरीदाबाद की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने डीएवी पब्लिक स्कूल सैक्टर-14 को नोटिस भेजकर इस मामले मेें दो दिन के अंदर-अंदर लिखित स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा है कि यदि दो दिन तक उन्हें जवाब नहीं मिला तो स्कूल के खिलाफ हरियाणा एजुकेशन एक्ट के सैक्शन 158 के तहत सख्त कार्यवाही की जाएगी।
इस मामले में स्कूल की Principal अनीता गौतम का कहना था कि उन्होंने डीओ मेडम यानि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को जवाब दे दिया है, लेकिन जवाब क्या दिया है इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया।
वहीं जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शशि अहलावत से जब इस मामले में बात करनी चाही तो उनसे बात ना हो सकी।
अब देखना यह है कि इस मामले में शिक्षा विभाग क्या कार्यवाही अमल में लाता है।
ध्यान रहे कि यहीं नहीं, इसके अलावा शहर के कई ऐसे ओर भी स्कूल हैं जोकि पिछले साल की तुलना में फीस बढ़ाकर मांग रहे हैं जिनके नाम उनकी स्कूल स्लिप के साथ जल्द ही सार्वजनिक किए जाएंगे। मैट्रो प्लस को ऐसे मामलों में काफी अभिभावकों की शिकायत व्यक्तिगत स्तर पर और कमेंट्स के माध्यम से लगातार प्राप्त हो रही हैं।
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