मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 2 जून: जिला उपायुक्त यशपाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए जिले में विस्तृत प्लान तैयार किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र को छोटे-छोटे कलस्टर में बांटा गया है, जहां पर प्रत्येक 10 घरों पर लोकल कमेटी का एक सदस्य होगा, जो सभी प्रकार की एसओपी को लागू करने व उन परिवारों की मदद को तत्पर रहेगा। वह अपने क्षेत्र से संबंधित सूचनाओं को भी तीव्र रूप से उच्च अधिकारियों तक भेजेगा, ताकि जो भी मदद की आवश्यकता है, वहां पर तुंरत उपलब्ध कराई जा सके। उपायुक्त आज लघु सचिवालय के सभागार में जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में स्थित सभी एंबुलेंस का डाटा एकत्रित कर ट्रांसपोर्ट प्लान तैयार किया जाए तथा जो 250 या 300 घरों के कलस्टर बनाए जा रहे हैं, उनके हिसाब से एक एंबलेंस के लिए एरिया निर्धारित कर दिया जाए, ताकि जब भी उस एरिया में कोरोना पाजीटिव के मामले में एंबुलेंस की जरूरत पड़े तो मरीज को तुरंत ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध हो सके।
उन्होंने कहा कि सरकार की हिदायतों अनुसार पॉजीटिव मामले में तीन प्रकार से मरीज को रखा जाना है, जिसमें प्रथम उसे घर परआइसोलेट किया जाए, द्वितीय उसे कोविड केयर सेंटर में रखा जाए तथा तृतीय वह अवस्था जब मरीज के सिम्टम के हिसाब से उसे अस्पताल की आवश्यकता है। इस प्रकार से रखने से जिले में बेड की संख्या भी कम नहीं पड़ेगी और अधिक मरीजों की अच्छी प्रकार के देखभाल करना भी संभव हो पाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर मरीज को ही अस्पताल में भर्ती करवाने की आवश्यकता है। प्राइवेट होटल या ओयो के होटल को कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए उनसे विचार-विमर्श कर उनके रेट भी फाइनल कर लिए जाएं।
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से संबंधित सभी प्रकार की सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए कंट्रोल रूम एक्टिव रहना चाहिए, इसके लिए एसडीएम फरीदाबाद इंचार्ज होंगे। एक कंट्रोल रूम सिविल अस्पताल में भी निरंतर एक्टिव रहना चाहिए। लोकल कमेटियां अपना वाट्सअप बनाएंगी तथा सभी सूचनाएं जिला प्रशासन के अधिकारियों से आदान-प्रदान करेंगी तथा सरकार की सभी हिदायतों की अनुपालना सुनिश्चित करवाएंगे।
इस विस्तृत प्लान में कोरोना सेसंबंधित पाजीटिव मामलों की पूरी जानकारी, बेड की संख्या, एंबुलेंस को अलॉट एरिया, कोविड केयर सेंटर की संख्या व उनमें बेडिड की संख्या, 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति की पहचान, सेम्पल की डिटेल, डूज एंड डोंट यानी क्या करें व क्या न करें संबंधी जागरूकता के पंपलेट या अन्य सामाग्री तैयार वितरित करना आदि सभी अन्य प्रकारकी जानकारी इसमें शामिल की जाए।
इस अवसर पर एडीसी आरके सिंह, एसडीएम अमित कुमार, एसडीएम त्रिलोकचंद,एसडीएम पंकज सेतिया, सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार, उप-सिविल सर्जन डा. रामभगत, डा.गीता पालिया, डा. रमेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।