Metro Plus से Jassi Kaur की रिपोर्ट
Faridabad News, 23 जुलाई: राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनएच-3 फरीदाबाद में सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइडस के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में वर्चुअल हरियाली तीज मनाई गई।
सावन के मौसम में हर जगह हरियाली दिखने से इसे हरियाली तीज का नाम दिया गया है। ब्रिगेड एवं जूनियर रेडक्रॉस काउन्सलर रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि हर वर्ष सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर तीज का त्योहार मनाया जाता है। इसे हरियाली तीज या श्रावणी तीज भी कहते हैं। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। हरियाली तीज के मौके पर सुहागिन महिलाएं श्रृंगार कर दिनभर व्रत रखते हुए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-आराधना और जप करती हैं। हरियाली तीज का उपवास सुहागिन महिलाओं के साथ कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना के साथ करती हैं।
इस हरियाली तीज के मौके पर प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि शिव पुराण के अनुसार इसी दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। पौराणिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था। इस कड़ी तपस्या और 108वें जन्म के बाद माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त किया। श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को ही भगवान शंकर ने माता पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था तथा भगवान शिव ने देवी पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार करने का वर दिया था। विद्यालय में आज बच्चों ने हरियाली तीज के अवसर पर वर्चुअल मेंहदी लगाओ, झूला झूलती हुए सुहागिनी महिलाओं के चित्र बना कर तथा भगवान शिव की आराधना और पूजा को चित्रों के माध्यम से व्यक्त कर भावनाएं प्रकट की। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा तथा विद्यालय की प्राध्यापिकाओं ललिता, जसनीत कौर और शीतू ने छात्राओं अंजू, तन्नू, निशा, सिमरन, आस्था, रिशु, अनिष्का, कनिका भाटिया, गायत्री और पूर्वी द्वारा मेंहदी लगाने तथा महिलाओं के झूला झूलने और भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के भावों को चित्रों के माध्यम से व्यक्त करने की सराहना की और सभी की हरियाली तीज की शुभकामनाएं दीं।