मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 1 अगस्त: पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने शनिवार को शहर के सभी सरकारी और निजी बैंकों के मैनेजरों के साथ शिक्षा प्रणाली को लेकर बैठक की। इस बैठक में बैंकों और एटीएम की सुरक्षा प्रणाली पर भी चर्चा हुई। इस चर्चा में शहर में मौजूद करीब 50 बैंकों की शाखाओं के मैनेजर मौजूद थे। बैठक में पुलिस आयुक्त सहित डीसीपी सेंट्रल मुकेश मल्होत्रा, एसीपी हेड क्वार्टर आदर्शदीप, एसीपी सेंट्रल सत्यपाल यादव, एसएचओ सेंट्रल और एसएचओ सेक्टर-17 मौजूद थे।
पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने मीटिंग के दौरान निर्देश देते हुए कहा कि शाखाओं और एटीएम पर हथियारों से लैस सुरक्षा गार्ड होने चाहिए। कैश वैन में जीपीएस सहित उनमें कैमरा भी लगाएं। इसके अलावा
- हाई मेगापिक्सल के लगे सीसीटीवी कैमरों से अपराधी किस्म के व्यक्तियों के अच्छे से पहचान हो सके।
- अलार्म सिस्टम को करें दुरुस्त।
- घरों पर वेरिफिकेशन करने के लिए बेहतर टीम चुनें।
- सभी बैंक शाखाओं का होगा सुरक्षा ऑडिट।
- जिन बैंकों की सुरक्षा प्रणाली दुरुस्त होगी उनको पुलिस द्वारा सम्मानित किया जाएगा
- हर थाने में तैनात किए जाएंगे बैंक लिंकिंग/लाइजनिंग ऑफिसर।
- ज्यादा कैश मूवमेंट के लिए आसानी से ले सकेंगे पुलिस की मदद।
- लोन वेरिफिकेशन और रिकवरी के लिए लोगों के घरों में जाएं सभ्य आदमी।
पुलिस आयुक्त ने बैंक अधिकारियों से कहा कि अक्सर बैंक बाउंसर टाइप के लोगों को रिकवरी के लिए रखते हैं। बैंक ऐसे लोगों को रखने से पहले सुनिश्चित करें कि ऐसे व्यक्तियों का कोई भी अपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।
इस दौरान बैठक में केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, कोटक महिंद्रा, सिटी बैंक, यूनियन बैंक, आईसीआईसीआई, इंडसलैंड बैंक, एक्सिज बैंक, आईडीएफसी बैंक, पीएनबी बैंक, फेडरल बैंक सहित कई अन्य बैंकों और विभिन्न शाखाओं के मैनेजर शामिल थे।