Metro Plus से jassi Kaur की रिपोर्ट
Faridabad News, 12 अगस्त: मिशन जागृति संस्था के द्वारा हिंदुस्तान के महान कवि राहत इंदौरी की याद में श्रद्धांजलि सभा रखी गई। इसमें फरीदाबाद के जाने-माने कवि देवेन्द्र कुमार कवि कमांडो समोद सिंह चारोरा, कवि मोहन शास्त्री, कवि यशदीप कौशिक यस कवि अलिम बेताब ने श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर कवि देवेन्द्र कुमार ने शायर राहत इंदौरी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा की बड़े मन से बच्प्पन से बड़े सब काम होते हैं! बड़ी जो सोच दिखलायें उन्हीं के नाम होते हैं! बड़े बदनाम होते हैं जिन्होंने दर्द को पूजा! दवा को पूजते हैं जो वही गुलफाम होते है! राहत इंदौरी को श्रद्धांजलि देते हुए कवि यशदीप कौशिक यस ने कहा कि राहत इंदौरी साहब की कमी को कोई पूरा नहीं कर पाएगा उन्होंने उनको याद करते हुए कहा, ना तो जिंदगी किसी रहबर ना रहगुजर से निकलेगा! हमारे पांव का कांटा हमीं से निकलेगा! किसी गली वह बूढ़ा फकीर गाता है तलाश कीजिए! खजाना यहीं कहीं से निकलेगा। कवि मोहन शास्त्री ने भी राहत इंदौरी साहब को एक महान कवि और गजल कार बताया उन्होंने कहा कि जगत है खेल सारा और हम सारे खिलौने हैं! किसी के दाम हैं ऊंचे किसी के औने पौने हैं! यहां पे वक्त है सबका सभी आते हैं जाते हैं, नहीं पूरे सभी होते यह सपने सलोने हैं! श्रद्धांजलि सभा के अध्यक्ष कवि कमांडो सामोद चरोरा ने कहा कि आज हिंदुस्तान में एक बहुत बड़ा कवि खो दिया जिन्होंने हिंदुस्तान का नाम पूरे देश में विदेशों में किया उन्होंने कहा कि किस तरफ रूख मोड़ ले बहती नदी का क्या पता! आज है कल हो ना हो इस जिंदगी का क्या पता! कवि अनिल बेताब ने राहत इंदौरी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और कहां कि हिंदुस्तान उनको हमेशा याद रखेगा। श्रद्धांजलि सभा में मिशन जागृति के जिला अध्यक्ष विवेक गौतम अवतार सिंह, राजेश भूटिया, अशोक भटेजा दिनेश राघव अभिषेक कुमार, सुनील पाल, महेश आर्य, रेनू शर्मा ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष विवेक गौतम ने कहा कवियों के पास न जमीन जायदाद देखी ना दौलत का अंबार देखा मगर जो इनके पास देखा वह किसी के पास न देखा। संस्था के सदस्य अवतार सिंह ने कहा कि राहत इंदौरी साहब शब्दों के जादूगर थी जिस तरीके से ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता है उसी तरीके से राहत इंदौरी शब्दों के जादूगर थे।
इस अवसर पर जाट संस्था के प्रधान वजीर सिंह रेडू , उप-प्रधान सुरेश मलिक और रामचंद्र सुहाग सह-कोषाध्यक्ष रामेश्वर मोर उपस्थित रहे। जिन्होंने सभी कवियों को धन्यवाद किया। अंत में मिशन जागृति के जिला उपाध्यक्ष राजेश भूटिया ने आए हुए सभी अतिथियों का सम्मान किया।