मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 25 अगस्त: पहले लोगों के जैसे फैमिली डॉक्टर-वकील होते थे, उन्हें परिवार की समस्याओं की सारी जानकारी रहती थी, लोग ठीक उसी तरह बीट ऑफिसर को भी अपना फैमिली सेफ्टी ऑफिसर समझें जोकि लोगों की पुलिस सम्बंधी समस्याओं की सुनवाई के लिए प्रतिबद्ध है। यह कहना है पुलिस कमिश्रर ओपी सिंह का।
वहीं पुलिस कमिश्रर ओपी सिंह ने बीट प्रणाली रिवाइज करने उपरांत बीट इंचार्ज के साथ मीटिंग कर उन्हें आज अपने बीट एरिया का नक्शा तैयार करने के निर्देश दिए। पुलिस कमिश्नर ने बीट इंचार्जों से इस बीच प्रणाली लागू करने बारे में फीडबैक लिया और जाना कि बीट प्रणाली से पुलिस प्रशासन में क्या-क्या प्रशासनिक बदलाव हुए हैं और इसके क्या-क्या प्रशासनिक फायदे हमें प्राप्त हुए हैं।
बीट इंचार्ज ने मीटिंग के दौरान बताया कि यह बीट प्रणाली पुलिस प्रशासन और जनता दोनों के लिए कारगर साबित हो रहा है। इससे पुलिस प्रशासन को भी जनता के बीच रहकर लोगों से सरोकार होने का अवसर मिलेगा और आमजन को भी अपनी समस्याओं के लिए पुलिस प्रशासन तक अपनी शिकायतें पहुंचाने में आसानी होगी
वहीं ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस प्रशासन को इस नई व्यवस्था को आगे बढ़ाना चाहिए और जितना हो सके अपनी बीट एरिया के लोगों के साथ संपर्क स्थापित करना चाहिए जिससे कि पुलिस प्रशासन को आमजन की समस्याओं को समझने में आसानी रहे और उनका समाधान उचित तरीके से किया जा सके। अच्छे प्रभाव वाले लोगों से मेलजोल बढ़ेगा। जो असामाजिक तत्व है या अपराधिक गतिविधियों में लिप्त है उन्हें पुलिस और पब्लिक का भय रहेगा और अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
पुलिस कमिश्रर ने कहा कि बीट इंचार्ज को अपने बीट एरिया का एक नक्शा तैयार करना चाहिए जिससे उन्हें अपने बीट एरिया को समझने में आसानी हो सके। अपने बीट एरिया में पडऩे वाले घरों और रास्तों के बारे में यदि एक नक्शा तैयार रहेगा तो उन्हें अपने बीट एरिया के किसी भी स्थान तक पहुंचने में बहुत मदद मिलेगी।