मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
गुरुग्राम, 14 सितंबर: प्रदुषण फैलाना किसी को कभी भी महंगा पड़ सकता है, और पड़ भी गया। जी हां, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने साइबर सिटी कहे जाने वालकर दिया है। यह कार्यवाही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने आज सुबह-सुबह की। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम एचएसवीपी के ड्यूटी मजिस्ट्रेट अवतार सिंह तथा पुलिस बल के साथ आज सुबह ही सहारा मॉल में जा पहुंची और सहारा मॉल के मेन गेट को सील कर दिया। मॉल में किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम मॉल के अंदर मौजूद रही जबकि मॉल के बाहर पुलिस को तैनात किया गया है। प्रदुषण विभाग के मुताबिक कई बार नोटिस देने और जांच में नमूने फेल होने पर विभाग द्वारा आज यह कार्रवाई की गई।
बकौल, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) कुलदीप सिंह सन् 2018 में सहारा मॉल से सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के सैंपल लिए गए थे, जोकि फेल मिले थे। उसके बाद मॉल प्रबंधन की तरफ से कहा गया था कि कुछ महीने में हम इसे ठीक कर लेंगे। मॉल प्रबंधन द्वारा सिक्योरिटी राशि के तौर पर 2.5 लाख रुपये फीस भी जमा कराई गई थी। इसके बावजूद भी सहारा मॉल प्रबंधन की तरफ से कोई सुधार नहीं किया गया। इसके बाद फरवरी, 2020 में दोबारा सहारा मॉल से सैंपल लिए गए, वह भी फेल पाए गए। तब प्रदुषण विभाग के उच्च अधिकारियों ने मॉल को सील करने के आदेश दिए थे। कुलदीप सिंह ने बताया कि इस बाबत फरीदाबाद पर्यावरण कोर्ट में केस दायर किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बिना ट्रीट किए पानी सीधे सीवरेज में डालने की शिकायत पर सोमवार को सहारा मॉल के खिलाफ यह कार्रवाई की है।
दो जिलों के अधिकारी रहे शामिल:-
इसी वर्ष फरवरी में सहारा मॉल से दोबारा सैंप लेने वाली टीम में दो जिलों के क्षेत्रीय अधिकारी भी शामिल थे। टीम में एचएसपीसीबी फरीदाबाद के क्षेत्रीय अधिकारी, अंबाला के क्षेत्रीय अधिकारी व अंबाला के ही असिस्टेंट एनवायरमेंटल इंजीनियर शामिल रहे। वहीं, मॉल को दोबारा खोलने के सवाल पर एचएसपीसीबी के अधिकारियों ने बताया कि सहारा मॉल की तरफ से प्लांट को ठीक कराने की जानकारी देने के बाद एचएसपीसीबी की टीम जांच करेगी, जिसके बाद टीम के संतुष्ट होने पर मॉल को खोल दिया जाएगा।