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शराब की पेटियों से भरा टैंकर किसका, मंत्री समर्थक का या फिर…..? देखें।

मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 9 अक्टूबर:
पुलिस कमिश्रर ओपी सिंह ने शराब तस्करों को पकड़कर उन्हें सलाखों के पीछे डालने की जो मुहिम छेड़ी हुई है उसमें वो काफी हद तक कामयाब होते जा रहे हैं। हालांकि जिले के चंद सफेदपोश/शराब ठेकेदार चंद राजनेताओं की आड़ में शराब तस्करी के काम में दिन-रात जुटे कर उनके इस अभियान को पलीता लगाने में लगे हुए हैं, लेकिन पुलिस है कि उनके मंसूबों को पूरा करने में रोड़ा बनी हुई है।
शराब तस्करी पर लगाम लगाने की इस कोशिश के दौरान ऐसे ही एक शराब तस्कर के टैंकर (HR38-Q-9300) को पुलिस ने बीती रात शराब की 900 पेटियों के साथ पकडऩे में सफलता हासिल की है। इस मामले में जांच अधिकारी एएसआई कैलाश ने मौके से टैंकर ड्राईवर संतोष को गिरफ्तार कर आज अदालत में पेश किया जहां से उसे पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस उससे रिमांड के दौरान शराब तस्करी और उसके मालिकों को लेकर पूछताछ करेगी।
वहीं दूसरी तरफ इस शराब तस्करी के मामले में जो बात फिलहाल सुनने में आ रही है वो ये है कि शराब की 900 पेटियों से भरा यह टैंकर प्रदेश के एक कैबिनेट मंत्री के खास समर्थक बताए जाने वाले सुरेश बंसल उर्फ टीपू के भाई राकेश कुमार बंसल उर्फ डिम्पल तथा असीम सलूजा का बताया जा रहा है जोकि दोनों डिम्पल और असीम सलूजा आपस में पार्टनर बताए जा रहे हैं जिन्होंने कि पार्टनरशिप में शहर के अंदर शराब के ठेके ले रखे हैं तथा इनका शराब का एक ठेका एसजीएम नगर में भी बताया जा रहा है। इनका गोदाम या कहिए ठिकाना अजरौंदा चौक के पास सैक्टर-20 में दशमेश प्लाजा के पास है। बताते हैं कि यहीं से उक्त दोनों द्वारा शराब का सारा कारोबार किया जाता है वो चाहे वैध हो या अवैध। काबिलेगौर रहे कि थाना एसजीएम नगर पुलिस ने शराब से भरे टैंकर को जिस ड्राईवर के साथ गिरफ्तार किया है, उसने भी अपना अस्थायी पता दशमेश प्लाजा के पास खाली प्लॉट का बताया है जहां से कि शराब ट्रकों में लोड/अनलोड होती है।
यहीं नहीं, बताया तो यह भी जा रहा है कि मंत्री समर्थक सुरेश बंसल उर्फ टीपू ने अपने भाई राकेश कुमार बंसल उर्फ डिम्पल के नाम पर बेनामी रूप से शहर में शराब के ठेके ले रखे हैं।
इन बातों में कहां तक सच्चाई है, ये तो दोनों भाई ही जाने। लेकिन इस बारे में जब मैट्रो प्लस संवाददाता ने सुरेश बंसल उर्फ टीपू से बात की तो उन्होंने यह तो माना कि उनका दशमेश प्लाजा के पास अपना एल-1 है तथा राकेश कुमार बंसल उर्फ डिम्पल उनका सगा भाई है जिसके नाम से उनके बेनामी शराब के ठेके हैं। लेकिन उन्होंने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि असीम सलूजा उनके भाई डिम्पल का पाटर्नर है तथा एसजीएम नगर पुलिस द्वारा पकड़ा गया शराब की पेटियों से भरा टैंकर उनके भाई राकेश बंसल उर्फ डिम्पल का है।
वहीं टीपू ने बताया कि पुलिस ने शराब की 900 पेटियों से भरे जिस टैंकर को पकड़ा है वो उनके भाई का नहीं बल्कि असीम सलूजा का है जिसका सुभाष कालोनी बल्लभगढ़ में शराब का ठेका है जोकि उसने विकास मराठा से ले रखा है जिस विकास के पास कि 10-12 जोन में 20-22 शराब के ठेके हैं। वहीं प्लाजा के पास खाली प्लॉट के बराबर में उसने दो खोका रूपी दो दुकानें किराए पर ले रखी हैं जहां वो अपने ट्रक खड़े कर ट्रांसपोर्ट का काम करता है यहीं बैठकर वो शराब भी पीता है।
साथ ही टीपू ने यह भी बताया कि जिस शराब की पेटियों से भरे जिस टैंकर को पुलिस ने पकड़ा है वो हथीन डिस्टलरी से भिवानी का परमिट लेकर चला था तथा वाया सोहना होते हुए पहाड़ी रास्तों से फरीदाबाद होते हुए असीम सलूजा के सुभाष कालोनी वाले शराब के ठेके पर शराब उतारने जा रहा था लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने टैंकर को पकड़ लिया।
इस मामले में जब असीम सलूजा से उनका पक्ष जानना चाहा तो उनके मोबाईल फोन पर उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।
अब इन आरोपों-प्रत्यारोपों में कहां तक सच्चाई है ये तो टीपू बंसल जाने या फिर असीम सलूजा लेकिन पुलिस द्वारा पकड़ा गया शराब की पेटियों से भरा टैंकर फिलहाल शहरभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब देखना यह है कि पुलिस रिमांड के दौरान पुलिस के सामने क्सा सच्चाई निकल कर आती है।
ध्यान रहे कि जिस तरह से अपराधिक किस्म के लोग राजनीति में घुसकर सफेदपोश नेता बनने लगे हैं, वैसे ही पिछले कुछ समय से शराब तस्करी करने वाले लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से शराब ठेकेदार बन शराब ठेकों की आड़ में शराब तस्करी करने में लगे हैं।
फरीदाबाद जिले में आजकल ऐसे ही चंद शराब माफियाओं ने कुछ ज्यादा ही आतंक मचाया हुआ है। आलम यह है कि कल तो जो लोग शराब तस्करी करते थे उनमें से ज्यादातर अब शराब ठेकेदार बन बैठे हैं। शराब ठेकों की आड़ में ये लोग शराब तस्करी भी करते हैं।
अब देखते हैं कि पुलिस प्रशासन शराब तस्कर से शराब ठेकेदार बने ऐसे माफियाओं के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है। वैसे तो पुलिस कमिश्रर ओपी सिंह ने जिले के सभी डीसीपी, एसीपी, एसएचओ, चौकी इंचार्जों और क्राईम ब्रांच को जिले में अपराधिक वारदातें करने वाले लोगों की लिस्ट बनाकर उनकी धरपकड़ करने के आदेश दे दिए हैं जिससे अपराधियों में भय बना हुआ है। – – –कौन है टीपू बंसल और क्या है इनका इतिहास, बताएंगे आपको अपनी अगली खबर में विस्तार से?


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