हरियाणा पुलिस के बेडे़ में 443 पुलिसकर्मी शामिल, 98 महिलाएं तथा 345 पुरूष पुलिसकर्मी।
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
गुरूग्राम, 20 दिसंबर: रेक्रूट ट्रेनिंग सैंटर, भौंडसी के विशाल दीक्षान्त परेड स्थल में पुलिसकर्मियों के 88वें बैच का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण के उपरांत हरियाणा पुलिस के बेडे़ में 443 पुलिसकर्मी शामिल किये गए हैं जिनमें से 98 महिलाएं तथा 345 पुरूष पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस दीक्षांत समारोह में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने परेड टुकड़ियों का निरीक्षण कर उनकी सलामी ली।
इस मौके पर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने प्रशिक्षणार्थियों को बधाई देते हुए उन्हें भविष्य में प्रभावी ढंग से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के गुर बताएं। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि वे जनसेवा में समर्पित होते हुए अनुशासन को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। अनुशासन में रहने वाला व्यक्ति कभी जीवन में मात नहीं खाता, इसलिए वे प्रशिक्षण के दौरान बताई गई सभी बातों को अपने जीवन में अमल करें।
इसके अलावा उन्होंने पुलिसकर्मियों से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि वे रोजाना सुबह उठकर कम से कम 45 मिनट व्यायाम करें ताकि उनका शरीर चुस्त-दुरुस्त रहे और उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़े।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी पढ़ने की आदत अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें और रोजाना कुछ नया सीखने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को रोजाना अपने जीवन में नई नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में शिक्षा आपके जीवन में समय-समय पर मार्गदर्शन करेगी ।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिसकर्मी आमजन की सुरक्षा के लिए लगाए जाते हैं, इसलिए जरूरी है कि वे समर्पण भाव से लोगों की मदद करें। उन्होंने कहा कि रोजाना लोग अपनी समस्याओं के चलते पुलिसकर्मियों के पास आते है ऐसे में जरूरी है कि वे जरूरतमंद व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करें और उनकी मदद करें।
उन्होंने दीक्षांत समारोह के इस मौके पर मुख्य सिपाही स्वर्गीय सुरेश कुमार की धर्मपत्नी गीता देवी को 50 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक भी भेंट किया। साथ ही समारोह में श्री यादव ने बैच में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिला प्रशिक्षणार्थियों को सम्मानित किया जिनमें प्रथम स्थान नीतू देवी, दूसरा स्थान अंकिता तथा तीसरा स्थान राजकुमारी को मिला जिन्हें प्रशंसा पत्र व नकद इनाम की राशि भेंट कर पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर श्री यादव ने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा जल्द ही इमरजेंसी रिस्पांस स्पोर्ट इन सर्विस नंबर -112 की शुरुआत की जा रही है। इसके लिए इस परियोजना के तहत 2 कंट्रोल रूम पंचकूला व गुरुग्राम में बनाए जाएंगे जो 24 घंटे संचालित रहेंगे। इस परियोजना के तहत 4,000 पुलिसकर्मियों को लगाया जाएगा। हरियाणा सरकार द्वारा इसके लिए पुलिसकर्मियों को 630 इनोवा गाड़ियां भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि गुरूग्राम व पंचकूला में इस परियोजना को संभवतः 26 जनवरी से शुरू किया जाएगा जिसे प्रदेशभर में 30 मार्च तक शुरू किए जाने की योजना है। इसके लिए भारत सरकार की सी-डैक नामक संस्था को 5 वर्ष का कान्ट्रेक्ट दिया गया है। इस परियोजना के तहत व्यक्ति के फोन करने पर 3 रिंग के अंदर फोन उठाया जाएगा जिसके बाद उसकी लोकेशन स्वतः ही कंट्रोल रूम में आ जाएगी और व्यक्ति की नजदीकी पीसीआर को व्यक्ति की सहायता के लिए भेज दिया जाएगा। शहरी क्षेत्र में 15 मिनट तथा ग्रामीण क्षेत्र में व्यक्ति को 20 मिनट के भीतर सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इस परियोजना के तहत पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है ताकि जरूरतमंद व्यक्ति को तुरंत मदद उपलब्ध करवाई जा सके।
इस मौके पर पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र के पुलिस महानिरीक्षक व निदेशक योगेन्द्र सिंह नेहरा ने सभी प्रशिक्षार्णियों को अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि इस बैच का प्रशिक्षण अक्टूबर-2019 में शुरू किया गया था लेकिन मार्च में कोरोना संक्रमण के चलते इनके प्रशिक्षण को बीच में ही रोक दिया गया और इन्हें कम प्रशिक्षण के बावजूद भी अलग-अलग यूनिटों में काम करने के लिए भेज दिया गया जहां इन्होंने बखूबी अपना काम किया। इसके बाद इनकी पुनः पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केन्द्र भौंडसी में ट्रेनिंग करवाई गई। उन्होंने इस मौके पर पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केन्द्र भौंडसी के क्रियाकलापों की भी रूपरेखा प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रवर पुलिस अधीक्षक आरटीसी भौण्डसी श्रीमति नाजनीन भसीन ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक रेशम सिंह, पुलिस आयुक्त केके राव, डीआईजी एसटीएफ सतीश बालन, आईजीपी आईआरबी भौंडसी हनीफ कुरैशी, डीआईजी एचपीए मधुबन अरूण नेहरा, पुलिस अधीक्षक कुरूक्षेत्र हिमांशु गर्ग, पुलिस उपायुक्त अपराध राजीव देसवाल, पुलिस अधीक्षक पीटीसी सुनारिया सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।