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FIA में Skill डेवलपमेंट को लेकर किया गया जिला स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन

मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 21 जनवरी:
वर्तमान केंद्रीय सरकार ने अप्रेंटिसशिप नीति में सुधार कर उद्योग प्रबंधकों एवं तकनीकी प्रशिक्षण के लिए विकास का नया मार्ग खोला कहा जा सकता है। फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आज आयोजित नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम पर जागृति लाने हेतु जिला स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। सुश्री स्वाति सेठी (ज्वाइंट डायरेक्टर ट्रेनिंग) RDSDE (NCR) फरीदाबाद भारत सरकार) कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी। इसके अतिरिक्त डिप्टी डायरेक्टर परनव चौधरी, गजेंद्र शर्मा प्रिंसिपल आईटीआई भी उपस्थित थे।
फरीदाबाद स्किल डेवलपमेंट सेंटर के चेयरमैन एचएल भूटानी ने सेमिनार का आरंभ करते आगे कहा कि पहले अप्रेंटिसशिप की पालना ना करने पर जुर्माना और सजा का प्रावधान था। इतना ही नहीं अप्रेंटिस की भर्ती भी ट्रेड के अनुसार अनिवार्य थी। श्री भूटानी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने इस एक्ट को पूर्णतया बदलकर स्किल डेवलपमेंट एवं औद्योगिक संस्थानों के अनुरूप बनाया है। 1500 रुपए प्रति प्रशिक्षु सरकार देती है। इस प्रकार औद्योगिक संस्थान को 5500 रूपये प्रतिमाह में श्रमिक मिल जाता है, जिसे काम सीखा कर उद्योग में उपयोगी बनाया जा सकता है। सजा का प्रावधान भी सरकार ने वापस लिया है। श्री भूटानी ने बताया कि फरीदाबाद स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना 2014 में हुई थी। रोटरी इंटरनेशनल की सहायता से अब नई आवश्यक मशीनरी इस में स्थापित की गई है और यहां से ट्रेनिंग प्राप्त प्रशिक्षु को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने औद्योगिक संस्थानों से भारत सरकार से जारी अप्रेंटिसशिप एक्ट और एफआइए रोटरी स्किल डेवलपमेंट सेंटर का अधिकाधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।
सुश्री स्वाति सेठी ने इस अवसर पर कहा कि भारत में बहुत कम स्किल मैन पावर है। विशेष रूप से एमएसएमई क्षेत्र में अनस्किल्ड भर्ती किए जाते हैं जिन्हें इस अप्रेंटिसशिप एक्ट द्वारा दक्ष बनाया जा सकता है।
सुश्री सेठी ने एफआइए रोटरी स्किल डेवलपमेंट सेंटर की सराहना करते कहा कि यह अच्छा कार्य कर रहा है। फरीदाबाद के औद्योगिक संस्थान न्यूनतम वेतन देने के कारण सराहना के पात्र हैं।
इस अवसर पर बृजेश मंगला आईटीआई फरीदाबाद एवं हितेश कुमार सहायक निदेशक, शिक्षुता प्रशिक्षण, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने प्रस्तुति प्रस्तुत करते कहा कि सरकार ने एक नया पोर्टल बनाया है जिससे आप लाभ उठा सकते हैं क्योंकि इसमें 261 डेजिग्नेशन और 450 ऑप्शनल ट्रेड की जानकारी है। इतना ही नहीं इसमें 30 लाख प्रशिक्षुओं की लिस्ट भी है।
प्रणव चौधरी ने उद्योग प्रबंधकों से कार्यकाल का समय ठीक भरने, पूरे डॉक्यूमेंट लोड करने और केवल संस्थान की ईमेल देने की सलाह दी। वहीं गजेंद्र शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते कहा कि यदि प्रशिक्षु के संबंध में कोई शिकायत हो तो उनके ध्यान में लाई जाए और वह उसका तुरंत समाधान करने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने आईटीआई में एक प्लेसमेंट सेल होने की जानकारी देते कहा कि कई बार छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद हो जाता है परंतु यह विवाद ऐसा होना चाहिए जैसा विवाद आपके और आपके बच्चों के बीच होता है । यदि आप प्रशिक्षु छात्रों को प्यार से हैंडल करेंगे तो वह आपके लिए अच्छे श्रमिक सिद्ध हो सकते हैं, जिन्हें आप ट्रेनिंग के बाद खोना नहीं चाहेंगे।
फरीदाबाद स्किल डेवलपमेंट सेंटर के को-चेयरमैन अरविंद चीमा ने इस आयोजन को सफल करार देते कहा कि इससे उद्योग प्रबंधकों की कई शंकाओं का समाधान हुआ है और 30 श्रमिकों से ऊपर वाले संस्थान के प्रबंधकों को अधिकाधिक प्रशिक्षु रखने की प्रेरणा मिली है।
मंच संचालन एसोसिएशन के कार्यकारिणी सचिव जितेश मोदी ने प्रभावशाली ढंग से किया।


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