सर्वोदय और एशियन नामक प्राइवेट हॉस्पिटल में नौकरी करते थे आरोपी, इंजेक्शन चोरी करके ₹30,000 प्रति इंजेक्शन के हिसाब से बेचकर लोगों की मजबूरी का उठाते थे फायदा
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 9 मई : प्राणरक्षक रेडमेसिवर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी करने के आरोप में क्राइम ब्रांच ने एशियन और सर्वोदय हॉस्पिटल में काम करने वाले दो कर्मचारियों सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 20 इंजेक्शन बरामद भी किये हैं।
बता दें कि कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला पुलिस द्वारा आरोपियों की लगातार गिरफ्तारियां की जा रही है। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी पर रोक लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं जिनके तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच-56 व बदरपुर बॉर्डर की टीम ने रेमेडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के जुर्म में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
क्राइम ब्रांच-56 ने चार आरोपियों संतोष, लवकुश, ओमप्रकाश व तपन को गिरफ्तार करके 16 इंजेक्शन बरामद किये हैं, वहीं क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर ने तीन आरोपियों भूपेंद्र, वीरेंद्र और पवन को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 4 इंजेक्शन बरामद किये हैं।
DCP क्राइम जयबीर राठी ने बताया कि क्राइम ब्रांच को गुप्त सूत्रों की सहायता से सूचना प्राप्त हुई थी कि आरोपी सर्वोदय और एशियन में काम करते थे। जहां एक आरोपी एशियन अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी करता था वहीं एक आरोपी सर्वोदय हॉस्पिटल में फार्मेसिस्ट था।
आरोपी इंजेक्शन चोरी करके 30 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से बेच देते हैं।
क्राइम ब्रांच-56 ने चार आरोपियों को अनखीर व क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर ने 3 आरोपियों को सेक्टर-16 से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस टीम ने जब आरोपियों से इंजेक्शन बेचने का लाइसेंस मांगा तो वह कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके जिस पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ सरकारी आदेशों की अवहेलना करने, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के तहत थाना सूरजकुंड व थाना सेक्टर-17 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है जिनमे उनसे मामले में गहनता से पूछताछ की जाएगी|