मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 21 जुलाई: एक तरफ कोरोना की मार तो दूसरी तरफ बिजली की मार, आखिर करें तो क्या करें शहर के उद्योगपति। कोरोना की मार झेलकर उससे उबरने की कोशिश में लगे उद्योगपतियों को अब बिजली की कटौती ने रूला दिया है खासकर ग्रेटर फरीदाबाद डिवीजन के अंर्तगत आईएमटी इंडस्ट्रियल एरिया में। आईएमटी इंडस्ट्रियल एरिया सैक्टर-68 में उद्योगपतियों को पिछले 3-4 दिनों से तो बिजली कमी की भारी समस्या से कुछ ज्यादा ही जुझना पड़ रहा है। उधर बिजली निगम के अधिकारी हैं कि कुछ करने को तैयार ही नहीं हैं सिवाय बरसात के मौसम का बहाना बनाने के।
यही कारण रहा कि बिजली की समस्या से बुरी तरह परेशान होकर उद्योगपतियों को इतिहास में पहली बार सड़क/रोड़ पर उतरकर दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन तक करना पड़ा। मंगलवार को काफी संख्या में उद्योगपति आईएमटी के गेट से पैदल मार्च कर प्रदर्शन करते हुए ग्रेटर फरीदाबाद डिवीजन की कार्यकारी अभियंता/एक्सईएन उर्मिला रानी के कार्यालय में पहुंचे। उद्योगपतियों ने वहां आईएमटी इंडस्ट्रियल एरिया सैक्टर-68 में बिजली की लगातार चल रही कटौती को लेकर उन पर अपनी भड़ास निकालते हुए आरोप लगाया कि बिजली की समस्या तो दूर करना अलग, संबंधित अधिकारी उनके फोन तक नहीं उठाते हैं।
उद्योगपतियों का आरोप था कि उनके एरिया में पिछले तीन दिनों से बिजली ना होने के कारण उनकी फैक्ट्रियां बंद सी पड़ी हैं, लेकिन बिजली निगम के अधिकारियों पर उनका कोई समाधान नहीं हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि एक तरफ तो बिजली मंत्री कहते हैं कि 24 घंटे बिजली दी जा रही है और निगम के पास सरप्लस बिजली हैं, वहीं दूसरी तरफ वास्तविकता यह है कि धरातल पर ऐसा कुछ नहीं हैं जिसका जीता जागता प्रमाण वे स्वयं हैं। अगर ऐसा ना होता तो उन्हें अपनी कंपनी मालिक की कुर्सी से उठकर आज यहां स्वयं ना आना पड़ता जो उनकी पीढ़ा जाहिर करता है।
उद्योगपतियों के उक्त सभी आरोपों का ग्रेटर फरीदाबाद डिवीजन की कार्यकारी अभियंता/एक्सईएन उर्मिला रानी पर उन्हें आश्वासन देने के कोई ठोस जबाव नहीं था।
अब देखना यह है कि दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के आला अधिकारी उद्योगपतियों की समस्या को दूर करने का क्या हल निकालते हैं।