ग्रामीण जल संरक्षण कमेटी की मीटिंग में प्रत्येक गांव से पहुंची आंगनवाड़ी वर्कर व अन्य कमेटी सदस्यों को किया संबोधित।
कहा, प्रत्येक गांव में 20 से 30 लोगों का एक ग्रुप बनाएं वह लोगों को जल संचय व सदुपयोग के बारे में जागरूक करें
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 16 नवम्बर: जिलेभर के गांवों में सामुदायिक नेतृत्व वाले भूजल प्रबंधन पर अटल भूजल योजना में काम किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक गांव में 20 से 30 लोगों का एक ग्रुप बनाया जाएगा जो जल संचय व सदुपयोग पर कार्य करेगा। यह विचार उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने सत भूजल विकास एवं सहभागी भूजल प्रबंधन के सम्बंध में विभागों की बैठक को लघु सचिवालय के सभागार कक्ष मे संबंधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जल हमारे जीवन व आने वाले पीढ़ी के लिये बेहद जरुरी है। इसलिये जल संरक्षण पर विशेष रूप से कार्ययोजना बनाकर आमजन को जागरूक करने का भरसक प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अटल भू-जल योजना केंद्र सरकार और विश्व बैंक द्वारा समर्थित और हरियाणा सरकार द्वारा कार्यान्वित एक सहभागी भू-जल प्रबंधन योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य हरियाणा में भूजल संसाधनों का हाइड्रोजियोलॉजिकल डेटा नेटवर्क बनाना और राज्य में भूजल संसाधनों के प्रबंधन के लिए सामुदायिक संस्था का निर्माण करना है। इस योजना के अंतर्गत सामुदायिक लामबंदी और जागरूकता गतिविधियों के साथ-साथ हितधारकों का क्षमता निर्माण भी किया जाएगा। इस योजना के प्रारंभ में प्रत्येक गांव की जल सुरक्षा योजना तैयार की जाएगी और अगले 4 वर्षों में इसे लागू किया जाएगा। इसका उद्देश्य गिरते भूजल स्तर का ग्राम पंचायत स्तर पर स्थाई प्रबंधन करना हैं। अटल भूजल योजना केंद्र सरकार और विश्व बैंक द्वारा समर्थित एक सहभागी भूजल प्रबंधन योजना हैं।
उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वह जिला कार्यन्वयन एजेंसी के सभी सदस्यों से समन्वय करें। सभी विभागों में ब्लाक और ग्राम स्तर पर कार्य कर रही समिति से जुड़ कर जल सुरक्षा योजना पर कार्य करें। अटल भूजल योजना के अंतर्गत फसल विविधिकरण पर कार्य किया जाएगा जो गिरते भूजल स्तर को रोकने में एक महत्वपूर्ण बिदु का काम करेगा।
इस विषय पर अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान ने जल संरक्षण, स्वच्छ भारत मिशन, वाटर विलेज सिक्योरिटी जैसे विषयों पर उपस्थित लोगों को जागरूक कर इन विषयों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने का आहन किया।
बैठक में कृषि, पंचायत, सिंचाई, जन-स्वास्थ्य एवं जलापूर्ति अभियांत्रिकी आदि विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।