Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 28 मई: विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के 3rd क्लास से 9th क्लास तक के बच्चों की दिल्ली में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात हुई। इस अवसर पर छात्रों के साथ स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती ज्योति चौधरी व स्कूल के अन्य अध्यापक भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने छात्रों से बड़े प्यार और आत्मीयता से बातचीत करते हुए उन्हें जीवन में मेहनत और लगन से आगे पढ़ने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ खेलों और अन्य एक्टिविट्स में अपनी प्रतिभा निखारने की सलाह दी।
उन्होंने कहा की आज के छात्र देश के लिए भविष्य की धरोहर हैं जिसने आगे चलकर देश के भविष्य को संवारना है और उसे आगे लेकर जाना है।
निर्मला सीतारमण ने स्कूल प्रिंसिपल श्रीमती ज्योति चौधरी से बातचीत करते हुए स्कूल के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी ली। वित्तमंत्री ने स्कूल द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे बेहतर प्रयासों की सराहना की। उन्होंने मुख्य रूप से स्कूल द्वारा लड़कियों की शिक्षा के लिए किये जा रहे प्रयास जिसमें लड़कियों के लिए फ्री एडमिशन और लाखों रूपये की छात्रवृति शामिल है, की काफी तारीफ़ की। साथ ही बच्चों को बोर्ड एग्जाम में बेहतर परफॉर्म करने की अग्रिम शुभकामनायें दी।
स्कूल प्रिंसिपल श्रीमती ज्योति चौधरी ने इस मुलाकात के बारे में मैट्रो प्लस को बताया उनकी यह मुलाक़ात काफी अच्छी रही। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के सरल और सौम्य स्वभाव ने उन्हें काफी प्रभावित किया।
स्कूल के डायरेक्टर दीपक यादव ने बताया कि वे स्कूल छात्रों की प्रतिभा के चहुमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और आगे भी इस प्रकार की मुलाकात और एक्टिविटीज आयोजित की जाती रहेंगी ताकि बच्चों का आत्मविश्वास बढ़े।
गौरतलब है कि निर्मला सीतारमण एक राजनीतिज्ञ और भारत की वर्तमान वित्त मंत्री हैं। सितंबर 2017 में, वह पहली महिला थीं जिन्हें भारत की फुलटाईम डिफेंस मिनिस्टर के रूप में नियुक्त किया गया था। वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़ी हैं। 2006 में, वह भाजपा में शामिल हो गईं। एक कांग्रेस समर्थक परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद वह एक भाजपा नेता हैं और पढ़ना पसंद करती हैं।
आइए उनके बारे में जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण बातें।
निर्मला सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद रक्षा मंत्री का पद संभालने वाली दूसरी महिला बनीं और इस पद को फुलटाईम रूप से संभालने वाली पहली महिला बनीं। अब, वह दूसरी महिला वित्त मंत्री हैं। इससे पहले इंदिरा गांधी ने 1970 और 71 के बीच थोड़े समय के लिए यह पद संभाला था। उन्होंने प्रधान मंत्री के रूप में देश की सेवा करते हुए एक अतिरिक्त कार्यभार संभाला।